देश की राजधानी दिल्ली में दहाड़े कई प्रांतों के पत्रकार हौज खास के भगवान जगन्नाथ की पावन धरा पर संपन्न हुआ पत्रकार सेमिनार
देश की राजधानी दिल्ली में दहाड़े कई प्रांतों के पत्रकार हौज खास के भगवान जगन्नाथ की पावन धरा पर संपन्न हुआ पत्रकार सेमिनार
दिल्ली। देश में लंबे समय से तमाम तरह के जोखिम और सरकारों की अनदेखी मनमानी झेल रहे पत्रकारों ने देश की राजधानी में एक विशालतम सेमिनार में शिरकत कर पत्रकार हित और अधिकारों की आवाज उठाई इस दौरान पत्रकारों ने तमाम तरह की मांगों को सरकार के समक्ष रखा एवं उन पर ध्यान आकर्षित करने का आवाहन किया। एनएमसी संस्थापक पुष्पा पांडेय एवं पवित्र मोहन सावंतराय के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में देश के 16 प्रान्तों के पत्रकारों ने हिस्सा लिया, कार्यक्रम में पहुचे पत्रकारों ने कहा कि आजादी से लेकर अब तक निस्वार्थ भाव से जनहित की पत्रकारिता करने वाला भारतीय पत्रकार तमाम तरह के जोखिमों का सामना कर रहा है, कहीं पत्रकारों के साथ अभद्रता अमानवीयता मारपीट की जा रही हैं तो कहीं पत्रकारों की हत्या मात्र आईना दिखाने की एवज में द्वेष भावना से कर दी जाती, यही नही सच छापने पर पत्रकारों को फर्जी मुकदमों में जेल भेज कर उन्हें व उनके परिजनों को यातनाएं ही नही दी जाती बल्कि सच्चाई का गला घोटने का भी घृणित कुचक्र तक रचा जाता हैं। बावजूद देश का शासन प्रशासन और स्वयं पत्रकारों की रक्षा सुरक्षा करने की जिम्मेदारी निभाने का दावा करने वाला भारतीय प्रेस परिषद मूक बना रहता है। ऐसे में देश में पत्रकारिता की हालत कैसी होगी शायद किसी से छुपी नहीं हैं । देश में सरकार की अनदेखी व मनमानी से बिगड़ते पत्रकारों के हालातो को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज देश की राजधानी दिल्ली के हौज खास स्थित भगवान जगन्नाथ के पावन स्थल मन्दिर पर एक विशाल पत्रकार सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें देश के 16 राज्यों से पहुंचे पत्रकारों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया । कार्यक्रम के दौरान संबोधन की कड़ी में पत्रकारों ने कहा कि भारत में पत्रकार एव पत्रकारों के परिवार सुरक्षित नहीं हैं पत्रकार व पत्रकारिता को बड़ा खतरा हैं, कहा कि आईना दिखाने वाले लघु एवं मझौली अखबारों पर तमाम तरह की बंदिशें लगा दी गईं हैं, सुबिधा सुरक्षा के नाम पर सरकार ने सौतेला व्यवहार अपना कर उन्हें शून्यता पर लाकर रख दिया हैं जो लोकतांत्रिक भारत में लोकतंत्र का भद्दा उपहास हैं। इस दौरान पत्रकारों ने एक राय में कहा कि भारत की सरकार को पत्रकारहित में शीघ्र घोषणा जारी करके मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ घोषित किया जाए, पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाए, पत्रकार आयोग का गठन हो, पत्रकार सम्मान निधि, पत्रकार पेंशन दी जाए ऐसी ही अन्य कई जरूरी मांगों को पूरा करने की माँग की, इस दौरान पत्रकारों ने रविवार को ऑल इंडिया प्रेसक्लब पर परिचर्चा करने और माँग पूरी न होने की एवज में आंदोलनात्मक कदम उठाने की घोषणा की । इस दौरान 16 राज्यों के पत्रकार उपस्थित रहे ।
रिपोर्ट- डा. सुनील जायसवाल. चीफ एडिटर