•   Sunday, 06 Apr, 2025
Hindi Diwas was celebrated with full gaiety with various programs today at Purnoday Mahila Mahavidya

पूर्णोदय महिला महाविद्यालय बच्छांव वाराणसी में आज विविध कार्यक्रम के साथ पूरे हर्षोल्लास के साथ हिन्दी दिवस मनाया गया|

Generic placeholder image
  Varanasi ki aawaz

हिंदी को राष्ट्र भाषा घोषित करने की जरूरत- डा. अनिल तिवारी*
 पूर्णोदय महिला महाविद्यालय, बच्छांव, वाराणसी में आज विविध कार्यक्रम के साथ पूरे हर्षोल्लास के साथ *हिन्दी दिवस* मनाया गया|

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय प्रबंधक डा. अनिल तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि *हिंदी पूरे विश्व की तीसरी बड़ी भाषा है जिसे सर्वाधिक बोला जाता है आज पूरे समाज पर अंग्रेजी हावी है हिंदी हमारी मातृभाषा है हम बचपन से हिंदी बोलते रहे है लेकिन आज हिंदी बोलते बोलते अंग्रेजी बोलने लगते है इसलिए हिंदी को हिंग्लिश कहा जाने लगा है| घर में भोजपुरी बाहर हिंदी और दफ्तर या विद्यालय में अग्रेजी बोलते है यही सब कारण है हमारी मातृभाषा हिंदी होते हुए भी विश्व के भाषाओं में तीसरे पायदान पर है हमारे ही देश के कुछ राज्यों में लोग हिंदी बोलना नहीं चाहते बोलते भी नहीं, दूसरा कारण हमारा समाज भी है जहाँ हिंदी बोलने वाले लोगोंको दोयम दर्जे की श्रेणी में रखकर देखते है| चीन, अमेरिका, इग्लैंड जैसे विकसित देशों में वहाँ के लोग हमेशा वो अपनी मातृभाषा में बोलते है जब कि हमारे यहाँ ये नहीं है इसके विपरीत हम जा रहे है आज जरुरत है कि हिंदी को राजभाषा की जगह राष्ट्रभाषा घोषित किया जाना चाहिए|
इस सुवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं ने लोकगीत, पारम्परिक गीत, हिंदी कविता के साथ साथ सामाजिक कुरितियों पर नाट्य मंचन भी किया|
इससे पूर्व महाविद्यालय के प्रबंधक डा. अनित तिवारी, निदेशक श्रीकांत सिंह, प्राचार्य श्रीमती साधना सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करते हुए हिंदी दिवश का शुभारंभ किया
इस मौके पर महाविद्यालय के सैकड़ों छात्राएं, अध्यापक अध्यापिका मौजूद रहे।

रिपोर्ट- डा. सुनील जायसवाल. चीफ एडिटर
Comment As:

Comment (0)