•   Wednesday, 09 Jul, 2025
Varanasi The path to the welfare of the world is paved through Bhakti Rajan Ji Maharaj

वाराणसी भक्ति के माध्यम से जगत कल्याण का मार्ग होता है प्रशस्त राजन जी महाराज

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  Varanasi ki aawaz

वाराणसी भक्ति के माध्यम से जगत कल्याण का मार्ग होता है प्रशस्त राजन जी महाराज

वाराणसी बड़ागांव भगवान का जन्म नही होता भगवान तो प्रकट होते है इसलिए जीवन मे उनसे कुछ मांगने की इच्छा हो तो धन संपदा की मांग से बेहतर है कि स्वयं उन्हे या उनकी भक्ति को ही मांग लिया जाय।यही वह प्रार्थना है जिससे मानव जीवन कृतार्थ व जगत कल्याण का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। उक्त बाते कुड़ी के प्रद्युम्न शिक्षण संस्थान के प्रांगण मे चल रहे नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के तीसरे दिन श्रीराम बाल लीला प्रसंग कथा करते हुए कथा सम्राट मानस पूज्य राजन जी महाराज ने कही, कथा को आगे बढ़ाते हुए पूज्य महाराज ने बताया कि सर्वशक्तिमान ईश्वर को जानने नहीं अपितु उन्हें मानने का प्रयास किया जाना चाहिए। क्योंकि हमारा यह मानना ही एक दिन जानने में परिवर्तित होकर हमें प्रभु का साक्षात्कार करा सकता है। प्रभु सर्वव्यापी है और जिस तरह घर्षण से अग्नि उत्पन्न होती है ठीक वैसे ही जब हम अपने आराध्य के भक्ति में उनके श्रीचरणों के वशीभूत होकर उनके साथ प्रेम का घर्षण करते हैं तो वे अग्नि की तरह हमारे समक्ष प्रकट होकर जगत को आलोकित करने के साथ ही विश्व का कल्याण करते हैं।
श्री राम कथा में मुख्य सपत्नीक यजमान अरविंद मिश्र(सीताराम)एवं अजय दुबे द्वारा ब्यासपीठ, पवित्र रामचरित मानस एवं कथा मंडप की आरती उपरांत आरंभ हुए कथा के अवसर पर मंच का संचालन इन्द्रदत्त मिश्र ने किया। 
कथा पंडाल मे मिश्र परिवार के सदस्य अखिलेश दत्त मिश्र, बुलबुल मिश्र , नारायणी मिश्र, सुनील मिश्र,   विकास दत्त मिश्र, प्रकाशदत्त मिश्र,  रविन्द्र मिश्र(सोनू), आशुतोष मिश्र, आशीष कुमार मिश्र,अनीष मिश्र, सचिन मिश्र, विपिन कुमार मिश्र,श्याम सुंदर मिश्र, मनीष मिश्र (दीपू), अंकित मिश्र, अर्पित मिश्र, प्रखर मिश्र आदि लोग मौजूद रहे |

रिपोर्ट-विकास दत्त मिश्रा. वाराणसी
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