•   Thursday, 28 Nov, 2024
After the death of the hero of the Armys Signal Corps due to electrocution in Barabanki Rajasthan th

बाराबंकी राजस्थान में करेंट लगने से हुई सेना के सिग्नल कोर के नायक की मौत के बाद शव पहुचे पर मचा कोहराम उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री सतीश शर्मा सहित हजारों लोगों ने गांव पहुच दी श्रद्धांजलि

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  Varanasi ki aawaz

बाराबंकी राजस्थान में करेंट लगने से हुई सेना के सिग्नल कोर के नायक की मौत के बाद शव पहुचे पर मचा कोहराम उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री सतीश शर्मा सहित हजारों लोगों ने गांव पहुच दी श्रद्धांजलि


गत रविवार को बिजली के करंट  से मृत सेना के सिग्नल कोर के नायक का शव मंगलवार को उसके पैतृक जनपद बाराबंकी के तहसील रामसनेहीघाट क्षेत्र के जुड़ावन का पुरवा पहुचने के बाद कोहराम मच गया उत्तर प्रदेश के खाद्य रशद नागरिक आपूर्ति मंत्री सतीश शर्मा सहित हजारों लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी, जवान शशिकांत मिश्रा का शव मोहम्मदपुर चैराहे से गांव की तरह रवाना हुआ इस दौरान करीब 3 किमी दूरी में बीच सड़क के दोनों ओर कई विद्यालय के बच्चों सहित अन्य लोगो ने सैनिक की शव यात्रा पर पुष्प वर्षा की। मृत सैनिक के सम्मान में राज्य मंत्री सतीश शर्मा ने भी मोहम्मदपुर से ही सैकड़ों लोगों के साथ पैदल गांव तक पहुंचे

मृतक जवान शशीकांत मिश्रा सेना के सिग्नल कोर मे नायक के पद पर तैनात थे। तथा वह तहसील रामसनेहीघाट इलाके के जुड़ावनपुरवा गांव के निवासी थे, बताया गया है कि करीब 1 वर्ष से वह राजस्थान के जोधपुर जनपद के श्रीगंगानगर में तैनात थे, रविवार की सुबह ड्यूटी के दौरान मिलिट्री कैंप स्थित पानी की टंकी का स्विच ऑन कर रहे थे तभी उन्हें बिजली का जोरदार झटका लगा था। गंभीर रूप से घायल श्री मिश्रा को इलाज के लिए सेना के जवान हॉस्पिटल ले गए थे जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। सोमवार को श्री गंगानगर में सेना के जवानों ने 

सेना के जवानों ने मृतक शशिकांत के  शव को सम्मान पूर्वक विदाई देकर पैतृक गांव के लिए रवाना किया था। जवान शशिकांत मिश्रा के अंतिम संस्कार के लिए लखनऊ स्थित कैंट से सेना के जवान मंगलवार की सुबह ही गांव पहुंचकर उनके शव के अंतिम संस्कार के लिए तैयारी शुरू कर दी जैसे श्री मिश्रा का शव गांव से 3 किलोमीटर दूर लखनऊ अयोध्या राजमार्ग पर मोहम्मदपुर चौराहे के निकट पहुंचा हजारों लोगों ने उन्हें सड़क पर ही श्रद्धांजलि देते हुए शशीकांत मिश्रा अमर रहे बबन भैया अमर रहे के नारे लगाते हुए गांव तक पहुंचे। अपनी माता पिता का इकलौता चिराग शशिकांत मिश्र थे जिनके कंधों पर अपने माता पिता पत्नी की जिम्मेदारी थी लेकिन ऊपर वाले को कुछ और ही शायद मंजूर था जो माँ बाप व पत्नी का सहारा भी छीन गया, परिवार पर ऐसा दुखो का पहाड़ टूट पड़ा है जिसे सहन करना बहुत ही मुश्किल है।  


श्री मिश्रा का शव जवानों के कंधे पर होते हुए उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया जहां हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। जवानों ने श्री मिश्रा को अंतिम सलामी  देकर विदा किया,  शशिकांत मिश्रा के परिवार में उनके माता पिता पत्नी सहित एक बहन भी है जिसका विवाह हो चुका है, मंगलवार को जैसे ही शशिकांत मिश्र का शव गांव पहुचा पूरे गांव में कोहराम मच गया, हजारों लोगों का हुजूम श्री मिश्र के शव का अंतिम दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ा, इस दौरान हर किसी की आंखे नम हो गयी।  


पूर्व सांसद और विधायक बैजनाथ रावत, निवर्तमान जिलाध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव जवाहर लाल वर्मा अभिषेक वर्मा रिंकू सिंह मधुकर तिवारी विवेक तिवारी सपा नेता राहुल सिंह सहित दर्जनों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

रिपोर्ट- अजय तिवारी. जिला संवाददाता बाराबंकी
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