लखनऊ के बीएसएनवी पीजी कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर भारत सरकार की हिंदी राजभाषा समिति के सदस्य नामित
लखनऊ के बीएसएनवी पीजी कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर भारत सरकार की हिंदी राजभाषा समिति के सदस्य नामित.
रामसनेहीघाट:-बाराबंकी तहसील क्षेत्र अंतर्गत भवनियापुर निवासी एवं बीएसएनवी पीजी कॉलेज (के.के.वी), लखनऊ के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ प्रणव कुमार मिश्र को खेलकूद एवं युवा कल्याण मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा हिंदी भाषा के उन्नयन,संवर्धन , प्रोत्साहन एवं शासकीय कार्यों में हिंदी के अधिकाधिक प्रयोग को बढ़ावा देने हेतु गठित इस प्रतिष्ठित समिति का सदस्य नामित किया गया है।
इस समिति में लोकसभा तथा राज्यसभा के सदस्यों के अतिरिक्त देश के लब्धप्रतिष्ठ शिक्षाविदों तथा गणमान्य व्यक्तियों को 3 वर्ष के लिए समिति में सदस्य नामित करने की परंपरा रही है। यह समिति देश-विदेश में हिंदी भाषा के उन्नयन , संवर्धन एवं राष्ट्रभाषा, राजभाषा तथा संपर्क भाषा के रूप में हिंदी के चतुर्दिक विकास हेतु कार्य करती है तथा अपना बहुमूल्य सुझाव समय-समय पर भारत सरकार को प्रस्तुत करती रहती है।
डॉ मिश्र का भारत सरकार के इस प्रतिष्ठित समिति में सदस्य नामित होना उत्तर प्रदेश के लिए गौरव एवं प्रतिष्ठा की बात तो है ही साथ-साथ बाराबंकी जनपद एवं तहसील का भी नाम रोशन हुआ है। डाॅ मिश्र भवनिया पुर निवासी प्रमुख शिछाविद एवं दुर्गा विदया मन्दिर इन्टर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य जे एन मिश्र के पुत्र हैं।
पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने भारत सरकार की हिंदी राजभाषा समिति में डॉ प्रणव कुमार मिश्र को नामित किए जाने पर बधाई देने के साथ ढेर सारी शुभकामनाएं दी है l बीएसएनवी पीजी कॉलेज, लखनऊ के प्राचार्य प्रोफेसर रमेशधर द्विवेदी द्वारा डॉ प्रणव कुमार मिश्र को भारत सरकार की इस प्रतिष्ठित समिति में सदस्य नामित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की गई है तथा उन्होंने कहा कि यह इस महाविद्यालय के लिए ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है l महाविद्यालय के प्राध्यापक, प्रदेश के शिक्षाविद एवं डॉक्टर मिश्र के मित्रगण द्वारा उन्हें बधाई देते हुए यह उम्मीद व्यक्त की गई है कि भारत सरकार की हिंदी राजभाषा समिति में डॉ प्रणव कुमार मिश्र को नामित किए जाने से राजभाषा हिंदी की दशा एवं दिशा को व्यवहारिक एवं सबके लिए उपयोगी बनाने के साथ-साथ राजभाषा हिंदी की प्रयोजनमूलकता को भी विस्तार देने में मदद मिलेगी तथा राजभाषा हिंदी समय की मांग के अनुरूप विज्ञान एवं तकनीक की प्रभावी भाषा के रूप में अपने को पूरी तरह स्थापित करने में निश्चय ही सफल रहेगी l
इस अवसर पर डॉ प्रणव कुमार मिश्र ने कहा कि हिंदी हमारी संस्कृति के साथ सहज रूप से विकसित करोड़ों देशवासियों की जुबान है l इस भाषा की अभिव्यक्ति क्षमता अद्भुत है तथा आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजभाषा हिंदी अपनी असीम संभावनाओं एवं अद्भुत अभिव्यक्ति सामर्थ्य को सिद्ध करने में पूरी तरह सफल रहेगी l साथ ही उन्होंने इस समिति में नामित किए जाने हेतु भारत सरकार के प्रति सादर आभार भी व्यक्त किया है तथा कहा कि उनके द्वारा सदस्य के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी क्षमता एवं निष्ठा के साथ किया जाएगा।