चित्रकूट जिले की अग्रणी समाजसेवी संस्था आयुष्मान वानप्रस्थ विश्वविद्यालय द्वारा हमारी संकल्पना का चित्रकूट विषय पर नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष व सभासदों की कार्यशाला का आयोजन किया गया
चित्रकूट जिले की अग्रणी समाजसेवी संस्था आयुष्मान वानप्रस्थ विश्वविद्यालय द्वारा हमारी संकल्पना का चित्रकूट विषय पर नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष व सभासदों की कार्यशाला का आयोजन किया गया
मौके पर सभी लोगों ने चित्रकूट के विकास के लिए प्रतिज्ञा ली। विभिन्न क्षेत्रों के अनुभवी वरिष्ठ व जिम्मेदार नागरिकों ने चित्रकूट के सर्वांगीण विकास की संकल्पना व एक मॉडल प्रस्तुत किया । चित्रकूट को धार्मिक आध्यात्मिक व पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के उद्देश्य से एक अच्छी कार्य योजना तैयार करने पर भी विस्तृत चर्चा हुई । इस कार्यशाला की अध्यक्षता पूर्व सभासद व संस्था के जिला संयोजक विजय चंद्रगुप्त ने की । गायत्री परिवार के श्रवण कुमार गुप्ता व संगीत कलाकार लालमन लाल ने अध्यक्ष व सभासदों के सम्मान में संगीतमयी शुभकामनाएं प्रस्तुत किया । इस कार्यक्रम के मुख्य संयोजक एवं संस्था के निदेशक बलवीर सिंह ने नगर पालिका अध्यक्ष सहित सभी वरिष्ठ नागरिकों व सभासदों का स्वागत किया और इस कार्यशाला के उद्देश्य पर विस्तार पूर्वक चर्चा की ।उन्होंने कहा कि कोई भी सरकारी योजना तब तक धरातल पर सफल नहीं हो सकती जब तक जनभागीदारी सुनिश्चित नहीं होगी कोई भी योजना या अभियान जनभागीदारी से ही कारगर साबित हो सकता है । उन्होंने यह भी कहा कि जब तक जन भावनाओं के अनुरूप कार्य योजना तैयार नहीं करेंगे तब तक चित्रकूट का विकास आधा अधूरा ही रहेगा क्योंकि चित्रकूट विश्व का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है सौभाग्य है हम सबका कि यहां भगवान श्री राम 12 वर्ष तक वनवास काल बिताया ,यह असीम ऊर्जा की भूमि है धार्मिक और हिंदू सनातन धर्म को पूरे विश्व में एक अच्छा संदेश देने वाली भूमि है यहां के विकास के लिए हमारे देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी लगातार चिंतनशील हैं ऐसी स्थिति में हैं हम सबके लिए यह एक अच्छा अवसर है कि हम सभी अपनी अपनी जिम्मेदारियों अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करें ताकि हमारा चित्रकूट पूरी दुनिया में एक आदर्श तीर्थ के रूप में जाना पहचाना जाए ,यहां की गरीबी दूर होगी और हमारा चित्रकूट भी आर्थिक सामाजिक धार्मिक रूप से एक समृद्धशाली तीर्थ स्थल बनेगा। समाजसेवी अभिमन्यु सिंह ने कहा कि चित्रकूट की पहचान मां मंदाकिनी से है इसे बचाने की जरूरत है यदि ध्यान न दिया गया तो हमारी मंदाकिनी मैया विलुप्त हो जाएगी तो फिर चित्रकूट की पहचान भी संकट में पड़ सकती है। समाजसेवी आलोक द्विवेदी ने कहा कि जल संचय के लिए हमें पुराने कुओं और तालाबों का संरक्षण करना चाहिए पालिका क्षेत्र में जो भी कुएं हैं उन्हें चिन्हित किया जाए। डॉ एस पी त्रिपाठी ने कहा कि हमारे तीर्थ स्थान में आवारा पशुओं, सुअरोंऔर कुत्तों की भरमार है इन्हें प्रतिबंधित करने की जरूरत है ताकि इनसे मानव जाति के स्वास्थ्य पर दिक्कतों का सामना न करना पड़े उन्होंने कहा कि यहां पर आवारा कुत्तों के काटने से भी मानव के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है कुत्ते का काटा व्यक्ति बहुत कम बचता है। डॉ राकेश मौर्या ने चित्रकूट की पौराणिक पुरातात्विक मां मंदाकिनी के संरक्षण गणेश बाग बावली आदि विभिन्न दुर्लभ स्थानों को किस तरह से विकसित किया जाए इस विषय पर उन्होंने अपना उद्बोधन बकायदा चित्रकला के माध्यम से प्रस्तुत किया ।डॉ मनोज द्विवेदी डॉ प्रभाकर सिंह हबीब खान योगेश जैन गणेश मिश्रा आदि लोगों ने ऑर्गेनिक बाजार वृक्षारोपण मंदाकिनी सफाई और व्यापारियों की विभिन्न समस्याओं पर अपने विचार रखे डॉ, विनोद शंकर सिंह ने विकास कार्यों पर जन सहभागिता की आवश्यकता पर विशेष जोर दिया श्रीमती सुधा तिवारी अनीता सिंह कविता गौतम ने महिला सशक्तिकरण और महिलाओं को समाज में आगे बढ़ने की छूट देने पर जोर दिया और कहा कि जो महिलाएं सभासद यय अन्य पदों पर निर्वाचित होती हैं उन्हें काम करने का भी मौका दिया जाना चाहिए और जहां भी गोष्टी कार्यक्रम हो महिलाएं स्वयं सहभागिता करें उनके स्थान पर पुरुष प्रतिनिधि भागीदारी न करें। इसी क्रम में दृष्टि संस्था के शंकरलाल गुप्त ने शवदाह गृह बनाए जाने का सुझाव दिया तो अरुण गुप्ता ने नदी वायु पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिकाधिक वृक्षारोपण की सलाह दी ।हबीब खान लालमन डॉक्टर गुंजन मिश्रा विनोद जैन जितेंद्र श्रीवास्तव सभासद शंकर यादव ने चित्रकूट को किस तरह से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाया जा सकता है इस बार अपने अपने सुझाव विचार प्रस्तुत किया। पालिका में जो नए क्षेत्र शामिल हुए हैं उन पर प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य कराए जाने की बात रखी गई। डॉक्टर शिव शंकर शुक्ला लल्लूराम शुक्ला ने शिक्षा और संस्कृत भाषा विषय पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। अंत में नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता ने कहा कि इस कार्यक्रम में जितने भी सुझाव रखे गए हैं वह उनका स्वागत करते हैं और पालिका बोर्ड की बैठक में इन सभी सुझाव पर अमल किए जाने की सहमति व्यक्त की ।उन्होंने बताया कि चित्रकूट नगर पालिका को एक आदर्श नगर पालिका के रूप में विकसित करने के लिए संकल्पित हैं। नगर का सुंदरीकरण का काम जारी है धनुष चौराहा बन रहा है, मंडपम विवाह स्थल बनाया जा रहा है और एक बड़ा ऑटोडोरियम का निर्माण प्रगति पर है कूड़ा निस्तारण के लिए भी काम हो रहा है इसके अलावा नगर में सीवर लाइन की संकल्पना है जहां भी जलभराव है वहां नाला प्राथमिकता के आधार पर बनाए जाएंगे ,नियमित सफाई होगी और शहर में सुरक्षा की दृष्टि से पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे इसके अलावा स्टेशन के बाहर कामतानाथ और कामदगिरि पर्वत की विशाल होल्डिंग भी लगाई जाएगी मंदाकिनी की सफाई के लिए भी वह बड़े स्तर पर प्रयास करेंगे हर वार्ड में स्वच्छता एवं सद्भाव समितियों का गठन किया जाएगा इसके लिए उन्होंने आयुष्मान वानप्रस्थ विश्वविद्यालय के निदेशक बलवीर सिंह को इन समितियों के गठन की जिम्मेदारी सौंपी है समिति में 10 जागरूक लोग शामिल होंगे जिनमें 3 महिलाएं रहेंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विजय चंद्र गुप्त ने कहा कि यह हमारी संस्था का बहुत ही महत्वपूर्ण अब तक का कार्यक्रम रहा है यह नगर के चहुंमुखी विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी । मनोज सिंह ने कहा कि अगला कार्यक्रम जब भी हो संवरता चित्रकूट विषय पर होना चाहिए। शिक्षक समाजसेवी संतोष कुमार सिंह ने नगर पालिका अध्यक्ष व सभासद सहित सभी वरिष्ठ नागरिकों का आभार व्यक्त किया। इस गोष्ठी में पंकज दुबे अनिल कुमार अग्रवाल आरसेटी के प्रशांत कुमार सभासद विनीत पयासी शुभम केशरवानी राजकमल नीतू सिंह चंद्रप्रकाश पूजा विश्वकर्मा संदीप प्रजापति डॉ ओमकार मोहम्मद लतीफ शकुंतला गुप्ता बल्लू राम सुखदेवी अनुज निगम राजेश सिंह लव सिंह रूद्र नारायण शिव प्रकाश सुरेश कुशवाहा आदि मौजूद रहे।