चित्रकूट रामनगर छीबों पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त सिपाहियों को पियरियामाफी छीबों में किया गया सम्मानित


चित्रकूट रामनगर छीबों पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त सिपाहियों को पियरियामाफी छीबों में किया गया सम्मानित
विकास खण्ड रामनगर की ग्राम पंचायत छीबों पियरियामाफी हमेशा प्रयोगधर्मी गाँव रहा है अपने अनूठे कार्यों की वजह से जनपद में चर्चित गाँव के लिए जाना जाता है
आज एक बार फिर गाँव का माहौल बदला हुआ है क्योंकि आज पियरियामाफी छीबों के सेवानिवृत्त पुलिस के सिपाहियों को उनके सेवाकाल के दौरान किये गए कार्यों को याद करते हुए उन सभी कर्तव्यवीरों को पावन मरुधरा में गाँव के अपनों की मौजूदगी में एक सम्मान समारोह आयोजित कर उन्हें आज सम्मानित किया गया
विदित हो इसके पूर्व भी इस ग्राम पंचायत में भारतीय सेना के सेवानिवृत्त सैनिकों को भी सम्मानित किया गया था और आज इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सेवानिवृत्त सिपाहियों को सम्मान किया जा रहा है पियरिया माफी छीबों निवासी राजेन्द्र ओझा पुलिस महानिरीक्षक परिक्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज के क्राइम ब्रांच में उपनिरीक्षक पद की सरकारी नौकरी से 31 जुलाई 2022 को सेवानिवृत्त होने के पश्चात आज गाँव पियरियामाफी छीबों में दोपहर बाद पहुंचे इस दौरान गाँव के सभी सेवानिवृत्त पूर्व सिपाहियों ने गांव के अन्य सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में फूल मालाओं के साथ गांव के बाहर उनकी अगवानी की और एक दूसरे को शिस्टाचार के अनुसार माल्यार्पण कर सम्मानित किया
इसके बाद आशुतोष भगवान सदा शिव मंदिर में सभी ने नतमस्तक हो नारियल भेंट कर पूजा अर्चना कर गाँव की खुशहाली की मंगलकामना की
गाँव के सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में सभी लोग पैदल चलकर पियरियामाफी के कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे
वैसे सरकारी नौकरी में तैनाती तबादला और उसके बाद सेवानिवृत्ति यह नौकरी की सतत प्रक्रिया कालान्तर से रही है जो नियुक्ति के पहले ही दिन निर्धारित हो जाती है कि उन्हें कब सेवानिवृत्त होना है
सरकारी सेवा में रहने वाले हर किसी को इस सेवानिवृत्त होने की प्रक्रिया से एक दिन गुजरना ही पड़ता है सेवाकाल के दौरान सहकर्मियों द्वारा विभागीय समारोह कर उनकी यादगार विदाई की परंपरा रही है
सरकारी विभागों की नौकरी में कार्यरत कर्मचारियों की बात करें तो लगभग विभिन्न क्षेत्रों में सेवारत कर्तव्यवीर अपने कार्य एवं व्यवहार के तद्नुसार प्रसिद्धि तो प्राप्त करते रहे हैं परन्तु सेवाकाल के बाद भी लोग उन्हें याद करते रहें यह व्यक्ति विशेष की कार्यकुशलता पर निर्भर करता है लेकिन बात यदि पुलिस विभाग की हो तो कहना गलत नहीं होगा कि अभी पुलिस आम जनमानस का भरोसा नहीं हासिल कर सकी है
आम जनता की पुलिस से नजदीकियां कम से कम शौक में तो कदापि नहीं हो सकती है आज भी पुलिस की छवि आम जनता के मन मस्तिष्क में सकारात्मक प्रभाव नहीं बना पाई है
इस विभाग के प्रति लोगों की एक आम धारणा आज भी बनी हुई है कि इस विभाग में कार्यरत अधिकांश लोग शुचिता से परे रहे हैं इसलिए इनके तरफ कोई ध्यान ही नहीं देता है और यदि किसी तरह गया भी तो सिर्फ हेय दृष्टि से
इनका सम्मान यदि किसी ने किया है तो भय वश बाद में पश्चाताप और गालियों के साथ खूब लानत देते हैं क्योंकि इस विभाग में कुछ तो दूसरों को बेवजह परेशान करने के लिए ही चर्चा में रहे हैं तो कुछ सेवानिवृत्त होने के बाद भी मुसीबत बन खटकते रहते हैं
लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनकी वजह से यह महकमा अनूठा बन चर्चा में रहता है जो कहीं भी रहें परन्तु अपनी अलग विशिष्ट पहचान बनाए रखते हैं ऐसे नेक लोगों की वजह से समाज में पुलिस के प्रति कुछ भरोसा लोगों का कायम है
आज इस मिथक को तोड़ते हुए पियरिया माफी छीबों के आम जनमानस ने पुलिस महकमे से सेवानिवृत्त सिपाहियों को सम्मानित करने की एक ऐसी नई परम्परा का सृजन किया है कौतूहल होना जरूरी है ऐसे कार्यक्रम होते देख कर नौकरी की तैयारियों में लगे अध्ययनरत प्रतिभागियों को अपने उत्तरदायित्व के प्रति जागरूकता का बोध रहे एवं जिम्मेदारियों के प्रति सदा प्रेरित करने की एक नई परिभाषा गढ़ी है
प्रदेश पुलिस की नौकरी के लगभग 40 वर्ष की लम्बी अवधि तक राजेन्द्र ओझा ने पुलिस जैसे बदनाम विभाग में रहते हुए भी जिस तरह से ईमानदारी की मिसाल पेश की है वह अपने आप में महत्वपूर्ण है अपने लम्बे कार्यकाल में विभिन्न क्षेत्रों में रहने के बावजूद भी अपनी अलग पहचान रखने में जो सफलता प्राप्त की है वह निसन्देह स्तुत्य है
तैनाती स्थल के लोगों के बीच अपनी अनूठी कार्यशैली के लिए हमेशा चर्चित रही यह शख्सियत आज अपने सादगी एवं ईमानदारी की वजह से जन्मभूमि में अपने लोगों द्वारा सम्मानित हो रही है जो गर्व का विषय है
चित्रकूट विजय त्रिवेदी
अपने अनूठे कार्यशैली की बदौलत कुम्भ मेला स्थल प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मेडल प्राप्त कर सम्मान प्राप्त किया
इस दौरान उप्र पुलिस के सेवानिवृत्त सिपाही उमाशंकर पाण्डेय वासुदेव पाण्डेय रामप्रकाश मिश्रा रामशंकर द्विवेदी रामसजीवन पाण्डेय दिनेश शुक्ला अरविंद शुक्ला समेत तमाम ग्रामीण उपस्थित।
