•   Monday, 07 Apr, 2025
Retired soldiers from Chitrakoot Ramnagar Chhibo Police Department were honored in Piriyamafi Cheebo

चित्रकूट रामनगर छीबों पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त सिपाहियों को पियरियामाफी छीबों में किया गया सम्मानित

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  Varanasi ki aawaz

चित्रकूट रामनगर छीबों पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त सिपाहियों को पियरियामाफी छीबों में किया गया सम्मानित

विकास खण्ड रामनगर की ग्राम पंचायत छीबों पियरियामाफी हमेशा प्रयोगधर्मी गाँव रहा है अपने अनूठे कार्यों की वजह से जनपद में चर्चित गाँव के लिए जाना जाता है 
आज एक बार फिर गाँव का माहौल बदला हुआ  है क्योंकि आज पियरियामाफी छीबों के  सेवानिवृत्त पुलिस के सिपाहियों को उनके सेवाकाल के दौरान किये गए कार्यों को याद करते हुए उन सभी कर्तव्यवीरों को पावन मरुधरा में गाँव के अपनों की मौजूदगी में एक सम्मान समारोह आयोजित कर उन्हें आज सम्मानित किया गया 
विदित हो इसके पूर्व भी इस ग्राम पंचायत में भारतीय सेना के सेवानिवृत्त सैनिकों को भी सम्मानित किया गया था और आज इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सेवानिवृत्त सिपाहियों को सम्मान किया जा रहा है पियरिया माफी छीबों निवासी राजेन्द्र ओझा पुलिस महानिरीक्षक परिक्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज के क्राइम ब्रांच में उपनिरीक्षक पद की सरकारी नौकरी से 31 जुलाई 2022 को सेवानिवृत्त होने के पश्चात आज गाँव पियरियामाफी छीबों में दोपहर बाद पहुंचे इस दौरान गाँव के सभी सेवानिवृत्त पूर्व सिपाहियों ने गांव के अन्य सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में फूल मालाओं के साथ गांव के बाहर उनकी अगवानी की और एक दूसरे को शिस्टाचार के अनुसार माल्यार्पण कर सम्मानित किया 
इसके बाद आशुतोष भगवान सदा शिव मंदिर में सभी ने नतमस्तक हो नारियल भेंट कर पूजा अर्चना कर गाँव की खुशहाली की मंगलकामना की

गाँव के सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में सभी लोग पैदल चलकर पियरियामाफी के कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे

 वैसे सरकारी नौकरी में तैनाती तबादला और उसके बाद सेवानिवृत्ति यह नौकरी की सतत प्रक्रिया कालान्तर से रही है जो नियुक्ति के पहले ही दिन निर्धारित हो जाती है कि उन्हें कब सेवानिवृत्त होना है

 सरकारी सेवा में रहने वाले हर किसी को इस सेवानिवृत्त होने की प्रक्रिया से एक दिन गुजरना ही पड़ता है सेवाकाल के दौरान सहकर्मियों द्वारा विभागीय समारोह कर उनकी यादगार विदाई की परंपरा रही है

सरकारी विभागों की नौकरी में कार्यरत कर्मचारियों की बात करें तो लगभग विभिन्न क्षेत्रों में सेवारत कर्तव्यवीर अपने कार्य एवं व्यवहार के तद्नुसार प्रसिद्धि तो प्राप्त करते रहे हैं परन्तु सेवाकाल के बाद भी लोग उन्हें याद करते रहें यह व्यक्ति विशेष की कार्यकुशलता पर निर्भर करता है लेकिन बात यदि पुलिस विभाग की हो तो कहना गलत नहीं होगा कि अभी पुलिस आम जनमानस का भरोसा नहीं हासिल कर सकी है
 आम जनता की पुलिस से नजदीकियां कम से कम शौक में तो कदापि नहीं हो सकती है आज भी पुलिस की छवि आम जनता के मन मस्तिष्क में सकारात्मक प्रभाव नहीं बना पाई है
इस विभाग के प्रति लोगों की एक आम धारणा आज भी बनी हुई है कि इस विभाग में कार्यरत अधिकांश लोग शुचिता से परे रहे हैं इसलिए इनके तरफ कोई ध्यान ही नहीं देता है और यदि किसी तरह गया भी तो सिर्फ हेय दृष्टि से 
इनका सम्मान यदि किसी ने किया है तो भय वश बाद में पश्चाताप और गालियों के साथ खूब लानत देते हैं क्योंकि इस विभाग में कुछ तो दूसरों को बेवजह परेशान करने के लिए ही चर्चा में रहे हैं तो कुछ सेवानिवृत्त होने के बाद भी मुसीबत बन खटकते रहते हैं
 लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनकी वजह से यह महकमा अनूठा बन चर्चा में रहता है जो कहीं भी रहें परन्तु अपनी अलग विशिष्ट पहचान बनाए रखते हैं ऐसे नेक लोगों की वजह से समाज में पुलिस के प्रति कुछ भरोसा लोगों का कायम है

 आज इस मिथक को तोड़ते हुए पियरिया माफी छीबों के आम जनमानस ने पुलिस महकमे से सेवानिवृत्त सिपाहियों को सम्मानित करने की एक ऐसी नई परम्परा का सृजन किया है कौतूहल होना जरूरी है ऐसे कार्यक्रम होते देख कर नौकरी की तैयारियों में लगे अध्ययनरत प्रतिभागियों को अपने उत्तरदायित्व के प्रति जागरूकता का बोध रहे एवं जिम्मेदारियों के प्रति सदा प्रेरित करने की एक नई परिभाषा गढ़ी है 

 प्रदेश पुलिस की नौकरी के लगभग 40 वर्ष की लम्बी अवधि तक राजेन्द्र ओझा ने पुलिस जैसे बदनाम विभाग में रहते हुए भी जिस तरह से ईमानदारी की मिसाल पेश की है वह अपने आप में महत्वपूर्ण है अपने लम्बे कार्यकाल में विभिन्न क्षेत्रों में रहने के बावजूद भी अपनी अलग पहचान रखने में जो सफलता प्राप्त की है वह निसन्देह स्तुत्य है 
 तैनाती स्थल के लोगों के बीच अपनी अनूठी कार्यशैली के लिए हमेशा चर्चित रही यह शख्सियत आज अपने सादगी एवं ईमानदारी की वजह से जन्मभूमि में अपने लोगों द्वारा सम्मानित हो रही है जो गर्व का विषय है

चित्रकूट विजय त्रिवेदी

अपने अनूठे कार्यशैली की बदौलत कुम्भ मेला स्थल प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मेडल प्राप्त कर सम्मान प्राप्त किया  


इस दौरान उप्र पुलिस के सेवानिवृत्त सिपाही उमाशंकर पाण्डेय वासुदेव पाण्डेय रामप्रकाश मिश्रा रामशंकर द्विवेदी रामसजीवन पाण्डेय दिनेश शुक्ला अरविंद शुक्ला समेत तमाम ग्रामीण उपस्थित।

रिपोर्ट- विजय त्रिवेदी. जिला संवाददाता चित्रकूट
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