•   Tuesday, 08 Apr, 2025
Varanasi Cyber ​​​​Crime Police Station recovered the victims money which is being praised all aroun

वाराणसी साइबर क्राइम थाने ने पीड़ित का पैसा कराया जिसकी प्रसंसा चहुँओर हो रहा है

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  Varanasi ki aawaz

वादी श्री अजय कुमार यादव पुत्र स्व0 अखिलेश चन्द्र यादव निवासी ग्राम व पोस्ट -बरपुर, थाना- बक्सा, जनपद- जौनपुर,
उ.प्र द्वारा बताया गया कि मेरा फिनो पेमेन्ट बैक का ग्राहक सेवा केन्द्र है और वादी के मोबाइल नंबर पर अक्सर फिनो पेमेन्ट बैक के
अधिकारियों का आता रहता है। दिनांक- 16/08/2022 को वादी के मो0नं0 पर अज्ञात मोबाइल न0 से काल आता है। अज्ञात
व्यक्ति द्वारा फोन पर फिनो का साइन बोर्ड भेजने हेतू आइडी एवं पता पुछा जाता है, जिसे नार्मल प्रक्रिया समझकर वादी ने उपलब्ध
करा दिया गया, उसी दिन रात को आवेदक के फिनो ओडी खाता से लगभग 7 लाख 58 हजार रूपये, धोखाधड़ी कर लिया गया
जिसके संबन्ध में जाचोपरान्त थाना हाजा पर मु.अ.सं. 0026/2022 धारा 417, 420I.P.C & 66 D I.T. ACT में मुकदमा
पंजीकृत कर किया गया ।
उपरोक्त प्रकरण में साइबर क्राइम थाना वाराणसी टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए संबन्धित वादी का बैंक के नोडल
अधिकारी सहयोग लेते हुए व संबन्धित बैंक के नोडल अधिकारी जिस खाते में पैसा गया था, से साइबर तकनीकी व ट्रिक का प्रयोग
करते हुए लगातार प्रभावी पत्राचार व वार्तालाप करते विभिन्न खातों में लगभग 03,35,000/- रूपये हुए खाते को सीज कराया गया
था। तत्पश्चात् उच्चाधिकारीगणों के आदेश निर्देश के क्रम में माननीय न्यायालय व संबन्धित बैंक व विभिन्न इंटरमीडियरी कंपनियों से
पत्राचार / वार्तालाप / समन्वय स्थापित कर वादी के खाते में दिनांक 11.01.2024 को 2,77,387/- रूपये वापस कराया गया। जिस
पर आज वादी द्वारा लिखित रूप से तहरीर देकर सहयोग व कार्यवाही के लिए थाना साइबर क्राइम टीम को धन्यवाद दिया तथा भूरि-
भूरि प्रशंसा किया।
अनाधिकृत कटा राशि --- 07,58,000 /- रूपये
वापस कराया गया राशि--- 2,77,387/- रूपये
पुलिस टीम के सदस्य थाना साइबर क्राइम वाराणसी -
1.
2.
3.
4.
प्रभारी निरीक्ष विजय नारायण मिश्र - थाना प्रभारी निरीक्षक ।
निरीक्षक अनिता सिंह
उ.नि. सतीश कुमार सिंह ।
हे.का. (क.आ.) श्याम लाल गुप्ता।
वर्तमान में ट्रेंड साइबर फ्राड-
पार्ट टाइम जाब/इनवेस्टमेंट फ्राड / टास्क फ्राड
साइबर फ्राडों द्वारा लोगों को टारगेट करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन अलग-अलग भाषाओं में तैयार कर दिया
जाता है, विज्ञापन के लिए गूगल और मेटा का इस्तेमाल होता है अर्थात् बेबसाइट, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सअप, टेलीग्राम, ट्विटर,
लिंक आदि माध्यम से पार्ट टाइमजाब या किसी लिंक या पोस्ट को लाइक करने का काम या इनवेस्टमेंट का हाई रिटर्न देने प्लान
बताते है, शुरू में इनके द्वारा अच्छा रिटर्न या जाब के बदले पैसा देकर विश्वास में लेते है और विश्वास में लेने के बाद छोटे-छोटे
धनराशि के माध्यम से इनवेस्टमेंट कराते है और फिर बड़ी धनराशि इनवेस्ट कराकर लिंक अथवा वेवसाइट को ब्लाक कर देते है।
बचाव:-
● किसी भी लिंक या बेबसाइट की वैद्यता जांच कर लें।
● ज्यादा रिटर्न सदैव फ्राड करने के उद्देश्य से दिया जाता है, इससे बचें।
• जांब / पार्ट टाइम जाब में अपना गोपनीय जानकारी कभी नही दें।
● किसी भी तरह का रिमोट एक्सेस साफ्टवेयर जैसे- क्विकसपोर्ट, एनीडेस्क आदि कभी भी इंटाल न करें।

रिपोर्ट- आश्वनी जायसवाल, वाराणसी
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