सूरजपाल उर्फ नारायण हरि उर्फ भोले बाबा की जमीनी हकीकत बाबा के सत्संग में 122 लोगों की मौत सैकड़ो घायल
सूरजपाल उर्फ नारायण हरि उर्फ भोले बाबा की जमीनी हकीकत बाबा के सत्संग में 122 लोगों की मौत सैकड़ो घायल
आगरा। वाराणसी की आवाज। हाथरस भोले बाबा के सत्संग में 122 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई वहीं सैकड़ो लोग घायल हो गए जिसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चो की संख्या अधिक है। धर्म के नाम पर हमारे देश में ऋषि मुनियों का रूप धारण करके देश बनकर आम जनता को कैसे बेवकूफ बनाया जाता है और उनकी धार्मिक भावनाओं से कैसे खेला जाता है इसका उदाहरण है भोले बाबा उर्फ सूरज पाल उर्फ नारायण हरि। आखिर यह भोले बाबा कौन हैं, यह भोले बाबा एटा के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले जाति से जाटव हैं। इन बहरूपिए बाबा पर 5 यौन शोषण के अपराधिक मुकदमे में दर्ज हैं। जिन्होंने खुद अपनी आर्मी बना रखी है इनकी आर्मी काली पोशाक धारण करती है जिन्हें सेवादार कहा जाता है। यह दिन बाबा की बात करें तो भोले बाबा की राजनीतिक गलियारे में बड़े नेताओं से पहचान है इन बाबा को यूपी के बड़े नेताओं के साथ राजनीतिक मंच पर भी देखा गया है। जिसमें समाजवादी पार्टी के प्रमुख का नाम भी सूची में शामिल है।
सूरजपाल उर्फ नारायण हरि उर्फ भोले बाबा मूल रूप से एटा जनपद के बहादुर नगरी के जाटव जाति से हैं। बाबा की शुरुआती पढ़ाई एटा में एटा के पटियाली के अंतर्गत काशीराम नगर में रहकर पढ़ाई की। उसके बाद पिता के साथ खेती-बाड़ी में पिता का हाथ बटाया। फिर पुलिस में भर्ती हो गए। बाबा भोले उर्फ सूरज पाल पुलिस की नौकरी करते हुए उत्तर प्रदेश के लगभग 10, 12 थानों में तैनात रहे। पुलिस तैनाती में बाबा इंटेलिजेंस में भी रहे। बाबा का अपने प्रवचनों में कहना है कि 18 साल की नौकरी के बाद उन्होंने वीआरएस ले लिया था। हालत यह सब झूठ है बाबा हेड कांस्टेबल के पद पर 28 साल पूर्व इटावा में तैनात रहे। और बाबा पर पुलिस नौकरी के दौरान ही उनके ऊपर यौन शोषण अपराध के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया जिसमें बाबा को सरकार द्वारा बर्खास्त कर दिया गया। बाबा को जेल भेजा गया। बाबा जीव से छूटने के बाद अपना नाम और पहचान बदलकर बाबा बन गए। उनकी पत्नी भी प्रवचन के दौरान उनके साथ ही रहती हैं बाबा के सेवादार काली पोशाक में रहते हैं। वहीं बाबा सफेद पेंट शर्ट और सफेद जूते में अलग ही दिखाई देते हैं। बाबा ने सोचा की धर्म के नाम पर लोगों को कैसे बेवकूफ बनाया जाए तो बाबा ने अपने एटा में एक आश्रम बनाया आश्रम के बाद एक हैंड पाइप लगा हुआ है और बाबा ने लोगों को अपने लोगों के द्वारा अफवाह फैला दी हैंड पाइप के पानी पीने से लोगों के पास झूम जाते हैं और लोगों के ऊपर जो परेशानियां आती है वह सब टल जाती हैं तो बाबा के अंथ भक्तों ने धर्म को ना समझते हुए बाबा की बात को मानकर लोग दूर-दूर से आने लगे और बाबा के हैंड पाइप का पानी पीते और अपने घर ले जाते जिससे उनके घर की समस्याएं और परेशानियां दूर हो जाए। बाबा यूपी के आसपास के राज्यों में भी भगवान की भक्ति का पाठ पढ़कर लोगों को बेवकूफ बनाते हैं बाबा अपने प्रवचनों में अक्षर कहते हैं कि मुझे नहीं मालूम नौकरी से छुड़ाकर मुझे कौन आध्यात्मिक की ओर ले गया और मैं कैसे नौकरी छोड़कर लोगों की सेवा के लिए हमेशा तैयार रहता हूं मेरा भगवान से साक्षात्कार हो गया और भगवान ने मुझे आदेश दिया कि मैं लोगों की सेवा करूं। बाबा कहते हैं कि भगवान की प्रेरणा से उन्हें पता चला कि यह सारी नश्वर है और यह भगवान का ही एक अंश है मुझे मानव सेवा ही करना है और मैं मानव सेवा करने के लिए चल पड़ा। बाबा अपने प्रवचनों में रहते हैं कि वह अपने मन से कहीं नहीं जाते बल्कि उनको एक शक्ति आदेशित करती है और भक्त उन्हें याद करते हैं और वह भक्तों की समस्याओं के लिए समागम करते रहते हैं। बाबा का एक अपना रुतबा है बाबा की कई आईएएस आईपीएस अफसर चेले हैं और राजनीतिक गलियारे में पहुंच है शादी पार्टियों में उनको बुलाया जाता है। बाबा चौकी जाटव समाज से हैं तो उनके अनुयाई उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान मध्य प्रदेश मैं है। बाबा की एससी एसटी ओबीसी में गहरी पेठ है। कुछ मुस्लिम तब का भी उनके साथ जुड़ा है जो उनका अनुयाई है। यह स्टैंडर्ड बाबा इनका यूट्यूब पर अपना एक चैनल है और फेसबुक पर पेज भी है। बाबा के 30से 31 000 सब्सक्राइबर भी है। और फेसबुक पेज पर उनके ज्यादा लाइक्स नहीं है ।लेकिन जमीनी स्तर पर बाबा के लाखों अन्य है जिससे उनके हर प्रवचन में लाखों की भीड़ होती है। बाबा के समागम में पानी वितरण किया जाता है। बाबा के सेवादारों और अनुयाइयों का मानना है कि पानी पीने से उनकी मां की शुद्धि और उनकी समस्याओं का समाधान यह पानी है जिससे वह बड़ी श्रद्धा के साथ पीते हैं। एटा में बहादुर नगर स्थित गांव में बाबा का आश्रम है जहां बाबा का दरबार लगता है। आश्रम के बाहर एक हैंड पाइप है हैंड पाइप के पानी पीने के लिए लोगों की लंबी कतार लगी रहती है।
सूरजपाल और नारायण हरि उर्फ भोले बाबा का प्रवचन का धंधा काफी सालों से चल रहा है हालांकि लोगों को इसकी सच्चाई भी मालूम है। यह बाबा धाम की आड़ में गरीब दलित लोगों को बेवकूफ बनाकर एक साम्राज्य खड़ा कर है यह बात किसी से छुपी नहीं है लेकिन धर्म और सत्संग के बारे मेंकौन बोलेगा जो बोलेगा वही अधर्मी और धर्म विरोधी होगा जिसे आलोचनाओं और गलियों का शिकार होना पड़ेगा। धर्म के नाम पर गिरंथो की बातें बता कर लोगों की भावनाओं से खेल कर उनको बदलना सूरजपाल उर्फ हरि नारायण हरि और भोले बाबा जैसे लोगों को ही अच्छे से आता है। बस एक बार यह धार्म रुपया असीम का नशा असर कर जाए तो अंध भक्तों की दिन पर दिन भी बढ़ती जाएगी और इन जैसे बाबो का साम्राज्य बढ़ता जाएगा। किसी विश्वास के साथ ऐसे बाबा विशेष संरक्षण प्राप्त कर दिन व दिन बढ़ते जाते हैं और शासन प्रशासन को अपनी मुट्ठी में रखना चाहते हैं। आज जानकारी सूरजपाल के बारे में मीडिया सोशल मीडिया से फैल रही है वह सब लोगों का गुस्सा है और सरकारी मशीनरी भी हरकत में है वरना सूरजपाल जैसे ढोंगी बाबा मजे तो मार ही रहे थे।