बिहार भभुआ चैनपुर में रोजगार नहीं मिला तो युवक गया परदेश कमाने लेकिन मिला मौत का मंजर


बिहार भभुआ चैनपुर में रोजगार नहीं मिला तो युवक गया परदेश कमाने लेकिन मिला मौत का मंजर
अगर सरकार रोजगार देती तो ऐसा नहीं होता अंजाम, परिवार का रो रो कर हो रहा है बुरा हाल
चैनपुर (कैमूर) । चैनपुर में बिहार सरकार की नाकामी से एक 38 वर्षीय व्यक्ति को जान से हाथ धोना पड़ा है। जहां कि खबर मिलते ही उसके परिवार में कोहराम मच गया। पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है। बताया गया है कि चैनपुर थाना क्षेत्र के बढ़ौना गांव के गूल्लू राम एक साल पूर्व कमाने के लिए पंजाब राज्य में गया था। लेकिन उसको क्या मालूम कि ज़िंदगी की आखिरी दिन पंजाब में बीतेगी । लेकिन अगर राज्य सरकार बिहार में काम देती तो मौत से बचा जा सका था । बिहार के नीतीश कुमार सरकार की निष्क्रियता से बाहर जाने वाले अब तक कई युवक अपना जान गंवा चुके हैं। वही मृत युवक की पत्नी मुराही देवी का मौत की खबर पर रो रो कर बुरा हाल हो रहा है। उन्होंने बताया कि एक साल पूर्व गंभीर बिमारी से परिवार के सदस्यों बिमार से 4 लाख रुपए कर्जा हो गया था । काम नहीं मिल रहा था । दिन पर दिन कर्जा से बोझ बनता जा रहा था । जिससे आजीज आकर पंजाब कमाने के लिए चला गया । जहां कि कंपनी में काम करके घर पर लौटा तो पंखा विगड गया था । उसको बना रहा था । अचानक के करंट लगने से उसका घटना स्थल पर ही दम तोड दिया । परिवार में तीन लड़की और दो लड़का है। वह भी सभी पढ़ते हैं। उसकी पत्नी ने बताया कि अगर बिहार सरकार यहां पर काम देती तो बाहर जाने का नौबत नहीं आती। और मौत से बचा जा सकता था। लेकिन बिहार सरकार का कोई ध्यान नहीं हुआ । उन्होंने बताया कि अब परिवार के परवरिश कैसे चली । बेटी का पढ़ाई और शादी एक बोझ बनकर दिवाल जैसा खड़ा हो गईल है। लेकिन एक ओर अभी तक पंचायत के मुखिया हो या प्रशासन या हमारे चैनपुर के विधायक इस पर वे खबर है। कोई सुधि नहीं ले सका है।

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