•   Tuesday, 26 Nov, 2024
Ramjas college admission scam corruption appeal to prime ministers office

प्रधानमंत्री कार्यालय में रामजस कॉलेज में दाखिला घोटाला भ्रष्टाचार की अपील

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  Varanasi ki aawaz

प्रधानमंत्री कार्यालय में रामजस कॉलेज में दाखिला घोटाला भ्रष्टाचार की अपील


आगरा। वाराणसी की आवाज। देश की राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित रामजस कॉलेज में दाखिला घोटाला से जुड़ा भ्रष्टाचार प्रकरण के मामले की गूंज आज प्रधानमंत्री कार्यालय में भी सुनाई दी। यह गूंज हिन्दू महासभा के ज्ञापन से संभव हुआ। अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने भ्रष्टाचार से जुड़े प्रकरण को ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री कार्यालय में उठाया और निष्पक्ष जांच कर दोषियों को विधिसम्मत दंडित करने की मांग की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच एवं दोषियों को दंडित करवाने का भरोसा दिलवाया है।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता ने आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुए बताया कि सन 2011 में रामजस कॉलेज में हुए दाखिला घोटाला में कॉलेज के अनुभाग अधिकारी दिलबाग सिंह का नाम सामने आया था। दाखिला घोटाला में सस्पेंड हुए तीन आरोपी कर्मचारियों में से दो सेवा निवृत हो गए, जबकि दिलबाग सिंह ने सस्पेंड होने के बाद अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके स्वयं के ऊपर तीस हजारी न्यायालय में एफ आई आर संख्या 148/2011 और 151/2011 में आई पी सी कीधारा420/467/468/471/120 बी का वाद लंबित होने के बावजूद अपनी पुनर्नियुक्ति के माध्यम से अपनी सेवाएं बहाल करवा ली थी।
राष्ट्रीय प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता ने जारी बयान में आरोप लगाते हुए कहा कि दिलबाग सिंह ने रामजस कालेज प्रबंध समिति से सांठ गांठ करके प्रबंध समिति में नॉन टीचिंग वर्ग से स्वयं को सदस्य भी मनोनीत करवा लिया। दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा 21/3/2012 को जारी दिशा निर्देश पत्र के अनुसार किसी भी कॉलेज की प्रबंध समिति में गैर शैक्षिक वर्ग से ऐसे प्रतिनिधि को मनोनीत नहीं किया जा सकता, जिस पर अपराधिक एफ आई आर दर्ज हो अथवा न्यायालय में कोई वाद लंबित हो। रामजस कॉलेज प्रबंध समिति ने दिलबाग सिंह प्रकरण में विश्वविद्यालय के इस नियम की अनदेखी की। दिलबाग सिंह के एफ आई आर और न्यायालय में आरोपी होने के बाद भी उसकी नौकरी पर बहाली और सरकार द्वारा प्रदत्त सभी आर्थिक लाभ प्रदान करना एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला है, जिसे रामजस कॉलेज दबाने का भरसक प्रयास कर रहा है, किंतू हिन्दू महासभा इस भ्रष्टाचार को उजागर करने और दोषियों को दंडित करवाने के लिए कृतसंकल्प है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनोद कुमार त्रिपाठी ने इस प्रकरण पर 9 जून को रामजस कॉलेज के प्रिंसिपल और प्रबंध समिति के चेयरमैन की ईमेल से ज्ञापन भेजकर भ्रष्टाचार के इस प्रकरण की जांच की मांग की थी। प्रिसिपल और चेयरमैन का इस प्रकरण पर मौन का एक ही अर्थ निकाला जा सकता है कि प्रबंध समिति और प्रिंसिपल भी इस प्रकरण में सहभागी हैं। यही कारण है कि रामजस कॉलेज हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी की आर टी आई में मांगी गई जानकारी का व्यक्तिगत / थर्ड पार्टी से जुड़ी जानकारी का बहाना बनाकर आरोपी दिलबाग सिंह को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
राष्ट्रीय प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ केंद्रीय गृहमंत्री, केंद्रीय शिक्षामंत्री, दिल्ली के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, दिल्ली विश्वविद्यालय के उपकुलपति, कुलसचिव और डीन आफ कॉलेजेज को भी ज्ञापन दिया गया है।

रिपोर्ट- आरिफ खान बाबा, मंडल संवाददाता आगरा
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