स्वाधीनता संग्राम की स्मृतियों को ताजा करेगा क्रान्तिकारी स्वर्गीय श्री रोशन लाल सूतैल जयंती समारोह
स्वाधीनता संग्राम की स्मृतियों को ताजा करेगा क्रान्तिकारी स्वर्गीय श्री रोशन लाल सूतैल जयंती समारोह
आगरा। वाराणसी की आवाज। स्वाधीनता संग्राम में अपने बलिदानों से इस देश को आज़ादी दिलाने वाले नायकों को भुलाया नहीं जा सकता। इनकी स्मृतियों को ताजा करने का काम स्वाधीनता संग्राम के नायक स्व. श्री रोशन लाल सूतैल जयंती समारोह आयोजन समिति एवं डा. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय,सामुदायिक रेडियो 90.4 आगरा की आवाज द्वारा आयोजित होने जा रहे क्रान्तिकारी स्व.श्री रोशनलाल सूतैल की 108 वीं जयंती समारोह के माध्यम से किया जाएगा। इस बात की जानकारी समारोह के उद्घोषणा कार्यक्रम के मौके पर एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने दी साथ ही उन्होंने कहा कि यह आयोजन गुरुवार 25 जुलाई को सायं 4 बजे से संस्कृति भवन ऑडिटोरियम में किया जाएगा। आगरा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी ने आयोजकों को इस कार्यक्रम के लिए शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन हमारी युवा पीढ़ी को देश भक्ति की भावना का संचार करते हैं। सामुदायिक रेडियो 90.4 आगरा की आवाज की कार्यक्रम अधिशासी पूजा सक्सेना ने इस मौके पर कहा कि देश की आज़ादी में क्रान्तिकारियों का योगदान अविस्मरणीय है। इस प्रकार के आयोजन हमें हमारे इतिहास से रूबरू होने का मौका देते हैं। कार्यक्रम संयोजक से.नि. उद्योग अधिकारी ब्रजेश कुमार सूतैल ने कहा कि इस दौरान पांच स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारीजनों का सम्मान किया जाएगा,वहीं गोलोकवासी भजन गायक श्रद्धेय श्री विनोद अग्रवाल जी के शिष्य भैया रवीश मिश्रा की भजन संध्या भी कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहेगी।वहीं स्वाधीनता संग्राम के नायक स्व. श्री रोशन लाल सूतैल की पुत्र वधु सुमन सुतैल ने कहा कि देश की आजादी में महिला और पुरुष क्रान्तिकारियों ने तन मन धन से खुद को समर्पित किया था। शहीद भगत सिंह, चंद्र शेखर आज़ाद जैसे क्रान्तिकारियों की वीरांगना माताओं के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। जिन्होंने अपने बेटों को देश की आज़ादी के लिए न्योछावर कर दिया।, इस मौके पर ख्याति प्राप्त कवि पवन आगरी, सह-आयोजन संस्था इनक्रेडिबल इंडिया फाउंडेशन संस्कृति के महासचिव अजय शर्मा, संयोजक ब्रजेश शर्मा, राजेश कुमारी, जयप्रकाश उपाध्याय, दिनेश शर्मा, अविनाश वर्मा आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।