डॉ भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार में लिप्त शिक्षकों के संबंध में छात्र नेताओं ने कुलपति को ज्ञापन दिया
भ्रष्टाचार में लिप्त शिक्षक को बनाया कुलसचिव -आरोप*
भ्रष्टाचार में लिप्त शिक्षकों की विजिलेंस टीम कर रही जांच
आगरा। वाराणसी की आवाज। डॉ भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार में लिप्त शिक्षकों के संबंध में छात्र नेताओं ने गुरुवार को कुलपति को ज्ञापन दिया। छात्रों ने मांग करते हुए कहा कि जिन शिक्षकों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप है बिजनेस टीम जांच कर रही है उन्हें सभी जिम्मेदार पदों से हटा दिया जाना चाहिए।
प्राप्त सूत्रों के अनुसार, आगरा यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा को ज्ञापन दिया। यूनिवर्सिटी छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष गौरव शर्मा ने कहा कि जिन शिक्षकों पर बिजनेस की जांच कर रही है उन शिक्षकों पर कुलपति मेहरबान है। ऐसे शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से महत्वपूर्ण पदों से हटाया जाना न्याय हित में है उन्हें सिर्फ शिक्षण कार्य में ही लगाना चाहिए। महानगर अध्यक्ष सपा छात्र सभा के निवेश शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिफ्ट शिक्षक को कुलसचिव बनाना कहां का न्याय है उन्हें तत्काल प्रभाव से कुलसचिव पद से हटाया जाए एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव अंकुश गौतम ने कहा कि विश्वविद्यालय सभी छात्रों के लिए आरटीआई और चलेंगे मूल्यांकन खोलें। पूर्व कुलपति के आरोप पत्र में शामिल हैं यह नाम छात्र नेताओं ने कहा कि पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर अशोक मित्तल के खिलाफ 11 बिंदुओं पर शिकायत की गई थी ,इस आरोप पत्र में कुछ शिक्षकों पर भी आरोप लगाए गए थे। राज भवन द्वारा कमेटी का गठन कर विजिलेंस जांच शुरू करवाई गई थी जिसमें शिकायतें सही पाई गई थी। इसके बाद ही प्रोफेसर मित्तल को सस्पेंड किया गया था ।आरोप पत्र में जिन शिक्षकों के नाम शामिल थे ,उनके खिलाफ बिजनेस जांच कर रही है। उन्हीं शिक्षकों को विश्वविद्यालय में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं। इस ज्ञापन को राजभवन, मुख्यमंत्री और उसे शिक्षा मंत्री को भी भेजा गया है।