•   Tuesday, 26 Nov, 2024
TB free Uttar Pradesh: Initiative of a doctor from Agra TV notification reached top districts doctor

टीवी मुक्त उत्तर प्रदेश आगरा के डॉक्टर की पहल टीवी नोटिफिकेशन मैं शीर्ष जिलों में पहुंचा पूरे यूपी में टीवी उन्मूलन करने के लिए कर रहे हैं डॉक्टर काम

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  Varanasi ki aawaz

टीवी मुक्त उत्तर प्रदेश आगरा के डॉक्टर की पहल टीवी नोटिफिकेशन मैं शीर्ष जिलों में पहुंचा पूरे यूपी में टीवी उन्मूलन करने के लिए कर रहे हैं डॉक्टर काम

 

आगरा। सृष्टि की रचना के बाद सभी  लोग दुख सुख में भगवान को याद करते हैं। ईश्वर नहीं मनुष्य के शरीर को बनाया जब-जब मनुष्य के शरीर में किसी भी तरह की कोई भी परेशानी आई है तो डॉक्टर ने उसका समाधान किया है मैं यह नहीं कहता कि ईश्वर भगवान है लेकिन  की सच्चाई है डॉक्टर एक स्वरूप है मनुष्य के शरीर की परेशानियों को समाधान के लिए। आगरा में हर साल की बात देश में भारत के महान चिकित्सा और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ बीसी रॉय की याद में राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस मनाया जाता है। आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव ने किस अवसर पर राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस पर भाग ले रहे चिकित्सकों को उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए शुभकामनाएं दी। जिला छह रोग अधिकारी डॉक्टर सुलेख गुप्ता ने टीवी नोटिफिकेशन के मामले में आगरा को यूपी के टॉप 5 जिलों में पहुंचा दिया है। दो सुलेख गुप्ता ने केवल आगरा में टीवी मरीजों को खोजने और टीवी उपचार को प्रत्येक मरीज तक पहुंचाने के लिए कार्य करते हैं बल्कि खुद टीवी मरीजों से बात करके उनका डांढस बंधाते डॉ सुरेश गुप्ता का कहना है की आगरा को 2025 तक टीवी मुक्त करने के लिए हम लोग सभी कार्य कर रहे हैं और जल्द ही यह अभियान सफल होगा ,उन्होंने कहा कि यदि किसी को भी टीवी के लक्षण हैं तो वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डॉक्टर से सलाह ले जनपद में टीवी के जांच व उपचार की सुविधा पूरी तरह से मुफ्त है। इसके साथ ही टीवी मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत टीवी मरीजों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा निक्षय मित्रों के द्वारा भी टीवी मरीजों को गोद लिया जा रहा है , यह योजना का भी कारगर साबित हो रही है और टीवी मरीजों को खोज कर उनका इलाज किया जा रहा है। श्री गुप्ता ने बताया की आगरा ने प्रेजेंटेड टीवी एग्जामिनेशन रेट के मामले में प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। 
 एशियन मेडिकल कॉलेज के टीवी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के विभाग अध्यक्ष और स्टेट टीवी टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि एसएन मेडिकल कॉलेज में ड्रग रेसिस्टेंट टीवी की ओपीडी को अलग कर दिया गया है अब सन में 8 चेंबर में क्षय एवं बक्ष रोगों के मरीज देखे जाते हैं उन्होंने बताया कि ड्रग सेंसिटिव और नॉन टीवी मरीजों को साथ नहीं देखा जाता है अस्थमा के मरीजों के लिए अलग से क्लिनिक बनाया गया है इसके पीछे उद्देश्य यह है कि टीवी के संक्रमण को उन मरीजों से रोकना जिससे मरीजों को जल्द से जल्द उपचार मिल सके और वह जल्द स्वस्थ हो जाएं। उन्होंने बताया कि इस मॉडल को प्रदेश के अनुष्ठानों पर भी लागू की जाने की प्रयास किया जा रहे हैं यह प्रदेश के 68 मेडिकल कॉलेज में टीवी रोग उन्मूलन के कार्यों की देख रेख कर रहे हैं। प्रदेश में ऑनलाइन टीवी मरीजों को परामर्श देने की सेवा शुरू की गई है वही डॉक्टर बीबी सिंह को दिल्ली में टाइम्स नाउ डॉक्टर्स डे कांक्लेव 2024 के साथ ७वे संस्करण के दौरान इंस्पायरिंग चेस्ट स्पेशलिस्ट आफ इंडिया पुरस्कार प्रदान किया गया है। टीवी रोग उन्मूलन  में काम कर रहे डॉ राजेंद्र विक्रम सिंह को ड्रग रेजिस्टेंस टीवी अस्थमा एवं स्वास्थ्य संबंधी रोगों के उपचार में विशेष महारत हासिल है ।एसटीडीसी की परामर्शदाता डॉ अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि वह टीवी उन्मूलन के लिए बीते 20 साल से कार्य कर रहे हैं। एसटीडीसी मैं वह पूरे प्रदेश टीवी के अधिकारी और कर्मचारियों के प्रशिक्षण के माध्यम से क्षमता वर्धन कर रहे हैं उन्होंने कहा कि टीवी का बैक्टीरिया हवा से माध्यम से फैलता है उन्होंने बताया कि बच्चों को इससे बचने की ज्यादा जरूरत है एक बच्चा जब तक टीवी से संस्कृत में नहीं होता है तब तक वह टीवी के मरीज से संपर्क में ना आए। उन्होंने कहा कि बच्चों आयरन और कैल्शियम युक्त भोजन खिलाना चाहिए या तो कोई बच्चा टीवी मरीज के आसपास रहता है तो बच्चे की भी टीवी की जांच करानी चाहिए उन्होंने आगे कहा कि वह एसटीडीसी में चिकित्सा के एसटीएस को प्रशिक्षण के दौरान यह बातें जरूर बताते हैं जिससे की फील्ड स्तर पर बच्चों को टीवी से बचाया जा सके उन्होंने कहा कि बीते 3 साल से देखा जा रहा है कि बच्चों में टीवी का गंभीर सांस्क्रमण यानी एमडीआर की पाया जा रहा है बच्चों में यह 15% देखने को मिल रहा है हालांकि यह बच्चों का 9 माह तक ट्रीटमेंट करने के बाद भी ठीक हो जाता है। हमारे संवाददाता ने टीवी रोग संबंधित मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण श्रीवास्तव से पूछा टीवी कितना घातक रोग है तो उन्होंने बताया अब यह घातक नहीं रहा है यह समय पर इलाज किया जाए तो मरीज पूर्णता सही हो जाता है अब टीवी रोग ज्यादा गंभीर नहीं है इसके उपचार से यह जल्द ठीक हो जाता है।

रिपोर्ट- आरिफ खान बाबा, मंडल संवाददाता आगरा
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