एक के बाद दूसरे भाई का शव देखते ही छाया मातम रूपधनु आत्महत्या प्रकरण
एक के बाद दूसरे भाई का शव देखते ही छाया मातम रूपधनु आत्महत्या प्रकरण
*तहसीलदार मांधाता को नशे में होने का लगाया आरोप*
*मृतक परिजनों को सरकारी 5-5 लाख के मुआवजे पर केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने अधिकारियों को सुनाई खरी खोटी*
आगरा। वाराणसी की आवाज। बरहन के गांव रूपधनू मैं सादाबाद पुलिस से तंग आकर संजय ने पेड़ पर लटक कर आत्महत्या कर ली थी । संजय की आत्महत्या के 72 घंटे बाद ही दूसरे भाई प्रमोद जो कि पुलिस विभाग में होमगार्ड के पद पर कार्यरत थे ,ने पुलिस के भय से सोमवार को उसी जगह पेड़ पर फंदे से लटक का आत्महत्या कर ली। संजय की मौत से दुखी होकर भाई प्रमोद मुकदमा लिखवाने के लिए बरहन थाने के चक्कर लगा रहे थे। पुलिस ने प्रमोद की ना सुनी ना ही तहरीर ली। प्रमोद से कहा कि पहले हाथरस पुलिस की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की इस बात से क्षुब्ध होकर प्रमोद ने भी आत्महत्या कर ली। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद जब प्रमोद का शव गांव पहुंचा गांव के सभी लोग प्रमोद की डेड बॉडी को देखकर रोने लगे और आसपास के गांव में भी मातम छाया हुआ नजर आया। परिजनों का तो बुरा हाल था। संजय की मौत के बाद से ही उनके घर में चूल्हा ला नहीं जल रहा था। 72 घंटे में एक ही परिवार के दो सगे भाइयों की मौत होने से गांव व आसपास क्षेत्र के गांव में यही चर्चा का विषय रहा लोगों के जुबान पर एक ही जुमला सुनने को मिल रहा था की सादाबाद पुलिस की वजह से दो भाइयों की जान चली गई। आखिर उनके छोटे-छोटे मासूम बच्चों की देखभाल कौन करेगा। सादाबाद पुलिस उप निरीक्षक हरिओम अग्निहोत्री पर आरोप , और मांग की गई हरिओम अग्निहोत्री उपनिरीक्षक को जेल भेजा जाए। वहीं मृतक के भाई सोमेश सिंह ने बताया की तहसीलदार मांधाता शराब के नशे में धुत था उसका भी व्यवहार अच्छा नहीं था।
केंद्रीय राज मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने एसीपी सुकन्या शर्मा को और अपन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए और कहां उन्हें जल्द ही जेल भेजा जाए। श्री बघेल ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए का कि इस घटना के विषय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिए हैं कि सादाबाद इंस्पेक्टर मुकेश कुमार और दरोगा हरिओम अग्निहोत्री को जेल भेजा जाएगा। वही एत्मादपुर की एसडीएम दिव्या सिंह को मौके पर 3 घंटे लेट आने पर राज मंत्री ने खड़ी-कोटी सुनाई, जवाब में एसडीम ने कहा कि लेखपाल ने देरी से सूचना दी थी इस पर एसपी सिंह बघेल ने शिवराज सिंह लेखपाल को तत्काल सस्पेंड करने के लिए कहा। गांव में किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए आगरा के पुलिस अधिकारियों ने गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गांव के हर कोने पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।