आगरा में महिला दरोगा ने की थी इंस्पेक्टर की शिकायत कहा मेरे आवास पर सोया करो थाना एत्माउद्दोला प्रभारी और एसएसआई निलंबित
आगरा में महिला दरोगा ने की थी इंस्पेक्टर की शिकायत कहा मेरे आवास पर सोया करो थाना एत्माउद्दोला प्रभारी और एसएसआई निलंबित
आगरा। वाराणसी की आवाज। थाना एत्माद्दौला की प्रशिक्षु महिला उपनिरीक्षक की शिकायत के प्रकरण में थाने के प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश कुमार मिश्र व वरिष्ठ उप निरीक्षक अमित प्रसाद को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। डीसीपी सिटी सूरज राय ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि प्रकरण की जांच एसीपी एत्मादपुर द्वारा की जा रही है। डीसीपी ने बताया कि एसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा की जांच में प्रथमदृष्टया शिकायत सही पाई गई। पुलिस आयुक्त ने इंस्पेक्टर के साथ ही थाना एत्माद्दौला के एसएसआई अमित कुमार को भी अनुशासनहीनता की शिकायत मिलने पर निलंबित कर दिया।
जानकारी के अनुसार एतमाउद्दोला थाने में बीते शुक्रवार की रात को महिला दरोगा को लेकर चर्चाओ से पुलिस महकमे में खलबली मची थीं। शनिवार को प्रशिक्षु महिला दरोगा खुलकर इंस्पेक्टर के खिलाफ आ गईं। और प्रशिक्षु महिला दरोगा ने पुलिस आयुक्त जे रविन्द्र गौड़ से लिखित शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि विगत 17 मार्च को उन्होंने थाने में आमद कराई थी। थाने के इंस्पेक्टर फोन पर अश्लील कमेंट करते थे और ऑफिस में बैठाकर अश्लील बातें करते थे। शिकायत में कहा गया कि होली के दिन उसके साथ गलत हरकत करने का प्रयास किया। इंस्पेक्टर ने धमकाया कि बात नहीं मानी तो तुम्हारी रिपोर्ट दे दूंगा। तुम्हारी अभी नई नौकरी है छूट जाएगी। और आए दिन मुझे आवास पर बुलाने की कहते हैं। और कहते हैं कि मेरे आवास पर सोया करो। जब मैंने थाने के बाहर कमरा लेने को कहा तो इंस्पेक्टर नाराज होते उसकी जीडी में रपट लिखा दी। और हिदायद दी कि थाने के बाहर कमरा नहीं लेना है। आरोप यह भी है कि अभी हाल ही में वह छुट्टी लेकर गई थी। इस दौरान इंस्पेक्टर ने उसकी लोकेशन निकलवाई गई। प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि इंस्पेक्टर उससे कहते हैं कि घर पर शादी की मना कर दो। वह उससे शादी करेंगे। वे मेरा शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न करते हैं। 20 जून को रात 12 बजे फोन कर कहा कि गर्मी बहुत है। उनके कमरे में एसी लगा है। वहां आकर सो जाओ। इंस्पेक्टर आए दिन उल्टा सीधा बोलते हैं। उसके शरीर को जबरन गलत तरीके से पकड़ते हैं। उसका उत्पीड़न किया जा रहा है।