•   Monday, 25 Nov, 2024
Varanasi Yes brother tell me it is like this Manduadih SHO of Commissionerate Police

वाराणसी हाँ भईया बताये ऐसे है कमिश्नरेट पुलिस के मंडुआडीह थानाध्यक्ष

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  Varanasi ki aawaz

वाराणसी हाँ भईया बताये ऐसे है कमिश्नरेट पुलिस के मंडुआडीह थानाध्यक्ष 

वाराणसी पुलिस जिन चार उपनिरीक्षकों पर भरोसा कर उन्हें थानेदारी सौंपी थी उनके दो थानेदार ऐसे निकले जिन्होंने क्षेत्र की जनता का मन मोह लिया कमिश्नरेट वाराणसी के मॉडल थाना मंडुआडीह के थानाध्यक्ष राजीव सिंह के सफलता पूर्वक दश माह होने जा रहे है जो कि किसी का भी कॉल आने पर "जी भईया बताये" सबसे पहले बोलते है अगर उनके कार्यो की व्याख्या की जाये तो शायद अखबार का कोई कोना नही बचेगा ।
क्षेत्र के साथ ही थाने के सभी लोग अपने इस थानाध्यक्ष को लेकर काफी चिंतित रहते है कि कहि इनका ट्रांसफर ना हो जाये  
  बीएसएफ की नौकरी छोड़ राजीव सिंह ने पुलिस की सेवा में उतरने का विचार किया जो कि आज वाराणसी कमिश्नरेट के हिसाब से बिल्कुल सही है राजीव सिंह पर सीपी ए० सतीश गणेश ने उन्हें मंडुआडीह का चार्ज दिया जिसमें वे पूर्णतः सफल रहे 10 माह बीतने पर भी शायद ही कोई निराश गया हो थाने से ।
वही दूसरे तरफ थानाध्यक्ष सारनाथ अर्जुन सिंह को दूसरे की गलती के कारण लाईन हाज़िर होना पड़ा लेकिन जितनी उपलब्धि सारनाथ एसओ के पद पर रह कर अर्जुन सिंह ने हासिल की थी शायद ये नामुमकिन था ।
            फिलहाल वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट अपनी तानाशाही नीति से बनारस को कंट्रोल कर रहा है लेकिन असली और नकली की पहचान उनमें नही है यही वास्तविकता है।

रिपोर्ट- अनुराग पाण्डेय. संवाददाता वाराणसी
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