प्रयागराज परेड मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इलाहाबाद से भाजपा प्रत्याशी नीरज त्रिपाठी और फूलपुर से प्रत्याशी प्रवीण पटेल को जिताने की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयागराज में किया जनसभा को संबोधित, विकास और विरासत के मंत्र को किया पुनः स्पष्ट
विकास भी, विरासत भी: पीएम मोदी का नया मंत्र
प्रयागराज परेड मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इलाहाबाद से भाजपा प्रत्याशी नीरज त्रिपाठी और फूलपुर से प्रत्याशी प्रवीण पटेल को जिताने की अपील करते हुए पीएम मोदी ने विकास और विरासत के संरक्षण का नया मंत्र प्रस्तुत किया। अपने भाषण में उन्होंने विशेष रूप से अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और निषादराज के श्रृंगवेरपुर के विकास की बात की। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनकी सरकार विकास के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और विरासत को भी संजोने का कार्य करेगी।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने बताया कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो चुका है और अब सरकार का ध्यान निषादराज के श्रृंगवेरपुर के विकास पर है। श्रृंगवेरपुर, जहां भगवान राम ने वनवास के दौरान निषादराज गुह्य से भेंट की थी, अब राम वन गमनपथ का प्रमुख तीर्थ स्थल बनने जा रहा है। यह परियोजना धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में 'विकास भी विरासत भी' मंत्र को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, "हमारे लिए विकास और विरासत दोनों समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने का एक उदाहरण है, वहीं श्रृंगवेरपुर का विकास धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा।
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने देशभर में ऐसे कई धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के विकास के लिए योजनाएं बनाई हैं। इससे न केवल इन स्थलों का संरक्षण होगा बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और विकास के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने सवाल किया कि क्या सपा और कांग्रेस की सरकारें कभी भी ऐसे कार्य कर सकती हैं? उन्होंने कहा, "सपा-कांग्रेस के शहजादों को अपने परिवार के आगे कुछ भी नहीं दिखता है। वे केवल अपने परिवार के लाभ के लिए ही काम करते हैं, जनता के हित में नहीं।
प्रधानमंत्री ने विभिन्न विकास योजनाओं का भी उल्लेख किया जो उनकी सरकार ने शुरू की हैं। इनमें बुनियादी ढांचे का विकास, सड़कों और रेल नेटवर्क का विस्तार, स्वच्छता अभियानों का संचालन, और गांवों में बिजली और पानी की आपूर्ति को सुनिश्चित करना शामिल है। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं से देश के दूरदराज के क्षेत्रों को भी विकास की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने जनता से अपील की कि वे विकास और विरासत के इस नए मंत्र को अपना समर्थन दें। उन्होंने कहा, "हम सभी को मिलकर इस देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाना है, और इसके साथ ही हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी संजोना है। आपका समर्थन ही हमारी ताकत है।
प्रधानमंत्री का यह भाषण जनता में जोश भरने वाला और सरकार के विकास और विरासत के एजेंडे को आगे बढ़ाने वाला रहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार केवल विकास के नारे नहीं बल्कि ठोस कार्य करने में विश्वास रखती है और इसके साथ ही भारतीय संस्कृति और विरासत को भी संजोने का कार्य करेगी।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, "कांग्रेस की सरकार आने पर देश की सुरक्षा और अखंडता को खतरा होगा। वे NRC को रद्द कर देंगे जिससे हमारे देश में घुसपैठियों की संख्या बढ़ जाएगी। इसके अलावा, वे जम्मू-कश्मीर में फिर से धारा 370 लागू कर देंगे, जिससे हमारी राष्ट्रीय अखंडता प्रभावित होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इन दलों का सनातन धर्म से "36 का आंकड़ा" है। मोदी ने आरोप लगाया कि सपा और कांग्रेस ने हमेशा हिंदू धर्म और उसके प्रतीकों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि ये दल वोट बैंक की राजनीति के लिए हिंदू आस्थाओं पर चोट करते हैं। मोदी ने कहा कि चौबीस का चुनाव तय करेगा कि भारत के भविष्य की त्रिवेणी किधर से बहेगी। पीएम ने करीब 22 मिनट तक भाषण दिया।
रिपोर्ट- मो रिजवान अंसारी. जिला संवाददाता इलाहाबाद