युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना


युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना युवाओं और परंपरागत कारीगरों के लिए रोजगार का एक महत्वपूर्ण जरिया बन गई है। इस योजना के तहत माटी कला से जुड़े कुम्हारों, कहारों और बेरोजगार युवाओं को 10 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे अपने व्यवसाय को बढ़ा सकें। इसके अलावा, सरकार की ओर से युवाओं को मुफ्त में इलेक्ट्रिक चाक भी दिया जा रहा है, जो उनके उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित हो रहा है।
इस योजना के तहत 18 से 45 वर्ष के युवाओं को माटी कला से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वे आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद बना सकें। इसका उद्देश्य न केवल रोजगार सृजन करना है, बल्कि पारंपरिक माटी कला को पुनर्जीवित करना और मिट्टी से बने बर्तनों के उपयोग को प्रोत्साहित करना भी है। मिट्टी के बर्तनों का उपयोग स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार साबित होता है, क्योंकि इससे प्लास्टिक के उपयोग में कमी आती है।
अब तक इस योजना के अंतर्गत हजारों लोगों को रोजगार मिल चुका है। विगत वर्षों में 15932 लाभार्थियों को प्रशिक्षण और माटी कला टूलकिट्स का वितरण किया गया, जिससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला। इसके अलावा, 2700 से अधिक लाभार्थियों को इलेक्ट्रिक चाक और अन्य उपकरण वितरित किए गए हैं।
रिपोर्ट- मो रिजवान अंसारी. जिला संवाददाता इलाहाबाद