संस्कृति IAS कोचिंग सील छात्र आंदोलन पर आयोग ने लिया पुराना पैटर्न अपनाने का फैसला
संस्कृति IAS कोचिंग सील छात्र आंदोलन पर आयोग ने लिया पुराना पैटर्न अपनाने का फैसला
प्रयागराज में संस्कृति IAS कोचिंग को प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने सील कर दिया है। कोचिंग के गेट पर बैनर लगाते हुए इसे "अनाधिकृत निर्माण" घोषित किया गया है, साथ ही किसी भी प्रकार के पुनर्निर्माण, क्रय-विक्रय या सील तोड़ने को अवैध और दंडनीय अपराध बताया गया है। सूत्रों के अनुसार, कोचिंग संस्थान ने आंदोलनरत छात्रों को समर्थन देने के लिए उनके भोजन की व्यवस्था की थी।
दरअसल, PCS 2024 की परीक्षा में नए पैटर्न को लेकर असंतुष्ट अभ्यर्थियों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था। भारी विरोध के चलते UPPSC ने अंततः PCS 2024 की प्रारंभिक परीक्षा पुराने पैटर्न पर आयोजित करने की घोषणा कर दी। वहीं, RO/ARO 2023 परीक्षा को लेकर भी एक समिति के गठन का निर्णय लिया गया है। सचिव अशोक कुमार ने छात्रों के बीच आकर बताया कि अब PCS प्रारंभिक परीक्षा पूर्ववत एक ही दिन में कराई जाएगी, और RO/ARO परीक्षा के लिए समिति सभी पहलुओं पर विचार कर रिपोर्ट पेश करेगी।
हालांकि, इन फैसलों के बावजूद हजारों छात्र-छात्राएं लोक सेवा आयोग के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करते रहे। उनका कहना था कि जब तक RO/ARO की परीक्षा को लेकर एक स्पष्ट विज्ञप्ति जारी नहीं की जाती, वे यहां से नहीं हटेंगे।
इससे पहले, 10 नवंबर को प्रयागराज के त्रिवेणी सभागार में पुलिस उपायुक्त अभिषेक भारती और सहायक पुलिस आयुक्त राजीव कुमार यादव ने प्रतिष्ठित कोचिंग संचालकों और प्रयागराज कोचिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ बैठक की थी। इस बैठक में महाकुंभ के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए कोचिंग संस्थानों के परिसरों का उपयोग करने पर चर्चा की गई थी, और उनसे कर्मचारियों और छात्रों की भीड़ प्रबंधन में भागीदारी के सुझाव मांगे गए थे। कोचिंग संचालकों ने स्पष्ट किया कि 11 नवंबर को प्रस्तावित आंदोलन के बावजूद वे सामान्य रूप से संचालन जारी रखेंगे और किसी भी छात्र आंदोलन का समर्थन नहीं करेंगे।
लेकिन, 11 नवंबर को लगभग 20 हजार छात्र लोक सेवा आयोग के गेट नंबर 2 के पास प्रदर्शन करने इकट्ठा हुए, और ख़बर लिखें जाने तक यह प्रदर्शन जारी है।
रिपोर्ट- मो रिजवान अंसारी. जिला संवाददाता इलाहाबाद