जनपद स्तरीय खरीफ गोष्ठी का आयोजन जिला पंचायत सभागार में
जनपद स्तरीय खरीफ गोष्ठी का आयोजन जिला पंचायत सभागार में
प्रयागराज:- जिला पंचायत सभागार में कृषि विभाग द्वारा प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय खरीफ गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विधायक बारा, डा. वाचस्पति उपस्थित रहे। खरीफ गोष्ठी 2024 का औपचारिक शुभारम्भ दीप-प्रज्वलन के साथ हुआ, इसके बाद उप कृषि निदेशक एस.पी. श्रीवास्तव ने मंच पर उपस्थित अतिथियों को चंदन का पौधा भेंट कर स्वागत एवं अभिनंदन किया।
उप कृषि निदेशक ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए कृषकों से अपील की कि यदि सिंचाई की समुचित व्यवस्था नहीं हो तो दलहनी फसलों या श्री अन्न की बुवाई करें। उन्होंने बताया कि जैविक खेती को प्रोत्साहित करने और बाजार उपलब्ध कराने के लिए मुण्डेरा मण्डी परिसर में जैविक बाजार खोला गया है। जिला कृषि अधिकारी के.के. सिंह ने कृषि निवेशों की उपलब्धता और वितरण के बारे में विस्तार से बताया।
प्रभारी जिलाधिकारी गौरव कुमार ने कहा कि कृषकों के लिए गोष्ठी एक उत्सव है, जो उन्हें जागरूक करने का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने कृषकों को सलाह दी कि वे केवल कृषि कार्य तक सीमित न रहें बल्कि पशुपालन, मत्स्य-पालन, उद्यान, मधुमक्खी-पालन जैसे अन्य कार्य भी करें और संबंधित विभागों द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठाएं। शीघ्र ही सभी ब्लॉकों और तहसीलों में कृषि और संबंधित विभागों की योजनाओं की संक्षिप्त सार के बैनर भेजे जाएंगे। विधायक बारा डा. वाचस्पति ने भी किसानों को गोष्ठियों में भाग लेकर जागरूक होने की सलाह दी।
तकनीकी सत्र में शुआठ्स संस्थान नैनी के कृषि वैज्ञानिक डॉ. योगेश श्रीवास्तव ने जैविक खेती, प्राकृतिक खेती और सब्जियों की खेती पर विस्तार से जानकारी दी। डॉ. शैलेंद्र सिंह ने टमाटर और बैंगन जैसी सब्जियों के फल-छेदक कीटों के रोकथाम के लिए मिर्च और लहसुन के पेस्ट के घोल का उपयोग करने की सलाह दी। केवीके छाता के कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम.पी. सिंह ने कृषि विविधिकरण पर जोर देते हुए कृषकों को बहु-आयामी खेती करने के लिए प्रेरित किया।
गोष्ठी के अंत में चयनित कृषकों को श्री अन्न के मिनीकिट और मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए। इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी के.के. सिंह, डीडीएम नाबार्ड, अन्य प्रमुख अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में जनपद के विभिन्न ब्लॉकों से आए किसान मौजूद रहे।
अंत में उप कृषि निदेशक ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया और जिला कृषि अधिकारी के.के. सिंह ने सभी कृषकों और गणमान्य अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए गोष्ठी का समापन किया। गोष्ठी का संचालन प्रीती त्रिपाठी द्वारा किया गया।