सोनभद्र चोपन नगर क्षेत्र में हटाये जा रहे अतिक्रमण से पटरी दुकानदारों का जीवन यापन पर भारी संकट की स्थिति पैदा हो गई है


पटरी दुकानदारों के लिए प्रशासन निकाले बीच का रास्ता फरीदा बेगम
पटरी दुकानदारों का जीवन यापन पर भारी संकट
सोनभद्र:-चोपन नगर क्षेत्र में हटाये जा रहे अतिक्रमण से पटरी दुकानदारों का जीवन यापन पर भारी संकट की स्थिति पैदा हो गई है। इससे तमाम पटरी दुकानदार बेरोजगार होने के कागार पर पहुँच गए है। ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि इन पटरी दुकानदारों के लिए एक समुचित स्थान निर्धारित करें। जिससे वह बेरोजगार होने से बच सके। उन्होंने इसके साथ ही आम जन मानस से अतिक्रमण अभियान में सहयोग की अपील किया।
यह बातें मंगलवार को *आदर्श चोपन नगर पंचायत अध्यक्ष फरीदा बेगम* ने कहीं। उन्होंने आम जन मानस से अपील करते हुए कहा कि पुरे प्रदेश में चलाये जा रहे अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। जिस क्रम में चोपन नगर पंचायत क्षेत्र में भी अतिक्रमण हटवाया जा रहा है। नगर के आम दुकानदारों द्वारा स्वयं से अतिक्रमण अभियान का भरपूर सहयोग भी किया जा रहा है और अतिक्रमण भी हटा लिया जा रहा है। जिसको प्रत्यक्ष रूप से चोपन बस स्टैंड से ओवरब्रिज तक देखने को मिला है। उन्होंने प्रशासन को अवगत कराया कि जनपद का आदर्श नगर पंचायत चोपन का एक छोटा बाजार चोपन बसा हुआ है। यहाँ की सबसे बड़ी समस्या चोपन बस स्टैंड व टेम्पो स्टैंड मुख्य मार्ग हाइवे पर बसा हुआ है। जहां एक तरफ हाइवे है तो दूसरी तरफ रेलवे की भूमि है, ऐसे में विषम परिस्थिति में पटरी दुकानदार है वह जाये तो जाये कहा। प्रशासन इन गरीब पटरी दुकानदारों को विस्थापित करने के लिए सार्थक पहल उठाने की जरूरत है। अतिक्रमण हटने से एक ओर जिन दुकानदारों का रोजगार प्रभावित हो रहा है ऐसे में प्रशासन को चाहिए की एक बीच का रास्ता निकाल कर ऐसे लोगों को एक उचित स्थान मुहैया कराये। जिससे ठेला, खुमचा, सब्जी, चाय, फल जैसे छोटे पटरी दुकानदार अपना रोजगार उचित स्थान पर खोल सके। जिससे रोजगार प्रभावित न हो सके और वह अपने परिवार का पालन पोषण कर सके। प्रशासन से मांग किया कि पटरी दुकानदारों के लिए बीच का रास्ता निकाले। जिससे पटरी दुकानदार
बेरोजगार होने से बच सके। नपं अध्यक्ष ने आम जन मानस को प्रशासन के सहयोग की अपील किया है।

टापू निवासी पुष्पा देवी और उनके परिवार के सदस्यों को मिला न्याय स्थाई लोक अदालत के हस्तक्षेप पर बीमा कंपनी ने 15 लाख रूपये का चेक दिया

अवैध पैथोलॉजी एवं डायग्नोस्टिक सेंटरों का संचालन मरीजों की जेब पर पड़ रहा भारी कौन है जिम्मेदार इन अवैध फर्मो के संचालन की
