फतेहपुर लोकतंत्र सेनानियों को भाजपा पार्टी कार्यालय में किया गया सम्मानित
फतेहपुर लोकतंत्र सेनानियों को भाजपा पार्टी कार्यालय में किया गया सम्मानित
जेल रोड स्थित भाजपा कार्यालय सभागार में आपातकाल विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में उपस्थित लोकतंत्र सेनानियों को केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति द्वारा अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया वहीं मुख्य वक्ता जितेन्द्र सिंह सेंगर सदस्य विधान परिषद व जिलाअध्यक्ष आशीष मिश्रा द्वारा सभी का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया,
केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने अपने सम्बोधन में कहा कि 25जून1975 में थोपा गया आन्तरिक सुरक्षा सुधार कानून पूरी तरह से काला कानून था तत्कालीन सरकार ने विपक्षी दल के नेताओं को ढूंढ ढूंढ कर जेल में डाला गया,जिसकी जितनी निंदा की जाये उतनी कम है, मुख्य वक्ता जितेन्द्र सिंह सेंगर ने कहा कि आपातकाल के विरोध करने पर हमारे श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी जी, अरूण जेटली जी रविशंकर प्रसाद सहित देश के कोने कोने से लोगों को जेल में डालकर विभिन्न यातनाएं दी गईं थीं, जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने कहा कि 21महीने तक चले आपातकाल में तत्कालीन सरकार ने विपक्ष को कुचलने के हर हथकंडे अपनाए,पर हम विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के निवासी हैं हमारे लोकतांत्रिक व्यवस्था को बिगाड़ना किसी के बस की बात नहीं है, आपातकाल के दौरान प्रेस पर भी पाबंदी लगाई गई थी, अखबार के कार्यालयों में पहरा व सेन्सरशिप लागू था ,
कार्यक्रम में नवल किशोर मिश्र, मूलचंद्र सिंह पटेल, छेदीलाल, विजयपाल, रमेश प्रसाद, रामभवन, छेदीलाल, गंगा राम , कृष्ण बिहारी, किशनपाल सिंह, शहजादे,भोलाप्रसाद, रामलाल,ननकू, गंगा प्रसाद,विमल सिंह,पुष्पा सिंह लोकतंत्र सेनानियों का अभिनंदन किया गया, कार्यक्रम में रणवेन्द्र प्रताप सिंह धुन्नी भईया, राजेन्द्र सिंह पटेल, विकास गुप्ता द्वारा उपस्थित लोकतंत्र सेनानियों को उनके द्वारा दिए गए योगदान पर धन्यवाद् दिया गया, कार्यक्रम का संचालन जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह द्वारा किया गया, कार्यक्रम में पुष्पराज पटेल, अर्चना त्रिपाठी, अपर्णा सिंह गौतम, रवीन्द्र पाल सिंह, शैलेन्द्र रघुवंशी, शिव प्रताप सिंह,कुलदीप भदौरिया,पुष्पा पासवान, सुशीला मौर्य, ओमप्रकाश पाल , राहुल सिंह सहित पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।।
विजय त्रिवेदी
जिला फतेहपुर