आईटीआई संस्थानों में सुधार के निर्देश कौशल विकास मिशन पर जोर मंत्री कपिल देव अग्रवाल


आईटीआई संस्थानों में सुधार के निर्देश कौशल विकास मिशन पर जोर मंत्री कपिल देव अग्रवाल
लखनऊ। 15 अक्टूबर 2024: उत्तर प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने विधानसभा कार्यालय में विभागीय समीक्षा बैठक की। बैठक में आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) संस्थानों की प्रगति और प्रदेश में कौशल विकास मिशन की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
मंत्री ने आईटीआई संस्थानों की शिक्षा गुणवत्ता को सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को नवीनतम तकनीकों और मौजूदा ट्रेंड्स के अनुसार प्रशिक्षित किया जाए, जिससे उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के अधिक अवसर मिल सकें। उन्होंने उन ट्रेड्स को बंद करने का सुझाव दिया जिनमें नामांकन कम हो रहा है, और अन्य ट्रेड्स में छात्रों को समायोजित करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने छात्रों को आईटीआई में नामांकन के लिए प्रेरित करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार अभियान चलाने पर जोर दिया।
बैठक में 'प्रोजेक्ट प्रवीण' के तहत कौशलपरक कोर्स संचालित करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को प्रारंभिक स्तर पर ही कौशल विकास की ओर आकर्षित करना है। मंत्री ने निजी क्षेत्र के आईटीआई संस्थानों की गुणवत्ता का नियमित निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए, ताकि सभी संस्थान सरकारी मानकों के अनुरूप शिक्षा प्रदान कर सकें।
मंत्री ने सफल छात्रों की कहानियों को उजागर करने और युवाओं को आईटीआई तथा कौशल विकास योजनाओं की ओर आकर्षित करने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने आईटीआई परिसरों तक छात्रों की सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए मार्गों के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि प्रदेश में टाटा कंपनी के सहयोग से पीपीपी मॉडल के तहत 150 नए आईटीआई संस्थान तैयार किए गए हैं। इनका उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुसार विशेष कौशल प्रदान करना और उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में अधिक से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित करने और रोजगार प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।
रिपोर्ट- मो रिजवान अंसारी. जिला संवाददाता इलाहाबाद