•   Tuesday, 08 Apr, 2025
Pratapgarh yfpc women should work by planning ashwani kumar

प्रतापगढ़ यफपीसी महिलाएं योजना बनाकर काम करें अश्वनी कुमार

Generic placeholder image
  Varanasi ki aawaz

प्रतापगढ़ यफपीसी महिलाएं योजना बनाकर काम करें अश्वनी कुमार

महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाना मुख्य उद्देश्य - प्रशांत मंडल


प्रतापगढ़ यफपीसी महिलाओं को योजना बनाकर आगे बढ़ना होगा सफलता एक दिन उन्हें जरूर मिलेगी. उक्त विचार चाइल्ड फंड इंडिया व तरुण चेतना द्वारा अफीम कोठी सभागार में आयोजित आमना-सामना शिविर में जिला कृषि अधिकारी अश्वनी कुमार सिंह ने व्यक्त किया।सिंह ने कहा कि महिलाओं को प्रोडक्शन के साथ साथ मार्केटिंग की भी व्यवस्था करनी होगी, इससे आने वाले दिनों में फायदा ज्यादा होगा. उन्होंने सुझाव दिया कि यफपीसी को अपना काम ऑनलाइन पोर्टल पर भी डालना होगा, तभी उनके विकास के कई दरवाजे खुलेंगे. इस कार्यक्रम में चाइल्ड फंड इंडिया के प्रोग्राम मैनेजर प्रशांत मंडल ने बताया कि या संघर्षशील महिला प्रोड्यूसर कंपनी पर्यावरण के अनुकूल ही अपना व्यवसाय करेगी जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाना है. इससे इनके अंदर हिम्मत आने के साथ-साथ इनकी गरीबी भी दूर होगी. इसी क्रम में बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान के समन्यवक शिशिर खरे ने वत्तीय साक्षरता के बारे में विस्तार से चर्चा की।उन्होंने प्रधानमंत्री बीमा योजना कराने के लिए महिलाओं को आगे आने का आवाहन किया. कार्यक्रम में जिला प्रोवेशन अधिकारी रन बहादुर वर्मा ने महिलाओं के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि घरेलू हिंसा से बचाव के लिए भी यफपीसी महिलाओं को आगे आना चाहिए. इसके लिए हमारा महिला कल्याण विभाग उनकी पूरी मदद करेगा। वर्मा ने मिशन-शक्ति के अंतर्गत सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। कार्यशाला में आजीविका मिशन के जिला समन्वयक नागेंद्र मिश्रा ने महिलाओं का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें हमेशा जागरूक रहने की सलाह दी श्री मिश्रा ने अपने विभाग से पूरा समर्थन देने का भरोसा दिलाया।
कार्यक्रम में महिला कल्याण अधिकारी जया यादव ने विभिन्न टोल फ्री नंबर के साथ साथ कानूनी जागरूकता के बारे में महिलाओं को बताया. कार्यक्रम के अंत में क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान के आचार्य शिव प्रकाश ने कहा कि खेती में महिलाएं सबसे ज्यादा काम करती हैं इसलिए असली किसान तो महिलाएं ही हैं।  उन्होंने महिला-पुरुष को एक दूसरे का पूरक बताते हुए विभिन्न संस्थानों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता जताई। कार्यशाला में तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी, चाइल्ड फंड इंडिया के रंजन श्रीवास्तव सहित आरसेटी निदेशक जितेंद्र प्रसाद, आजीविका मिशन के ज्योत्सना, बाल संरक्षण अधिकारी अभय शुक्ला व जल जीवन मिशन के संतोष चतुर्वेदी ने अपने विचार रखे
यूरोपियन यूनियन व बार्नफोण्डेन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम के  अंत में संयोजक समीम अंसारी ने सभी अतिथियों वह महिलाओं का आभार व्यक्त किया।

रिपोर्ट- मो फिरोज. जिला संवाददाता प्रतापगढ़
Comment As:

Comment (0)