सोनभद्र घूसखोरी को लेकर एआरटीओ कार्यालय में तैनात दो बाबुओं के बिच हाथापाई और गाली गलौज


सोनभद्र घूसखोरी को लेकर एआरटीओ कार्यालय में तैनात दो बाबुओं के बिच हाथापाई और गाली गलौज
सोनभद्र:-वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था हर Oकार्यालयों में देखने को मिल रही है ।
वहीं दूसरी तरफ प्रत्येक कार्यालयों में कुछ ऐसे भ्रष्ट बाबुओं की नियुक्ति हो गई है जिनके वजह से वर्तमान सरकार की छवि धूमिल हो रही है।
जिसका जीता जागता उदाहरण एआरटीओ कार्यालय सोनभद्र में देखने को मिल रहा है ।
क्योंकि सरकार की पारदर्शिता से घुस खोरों को करारा तमाचा पड़ा है,इसीलिए यह उल्टी-सीधी हरकतें करने से बाज नहीं आ रहे। कुछ ऐसा ही नजारा जनपद सोनभद्र के मुख्यालय स्थित एआरटीओ कार्यालय में देखने को मिला।
घटना उस समय की है जब पीड़ित 20 -0 7- 2022 को एआरटीओ कार्यालय दोपहर 2:30 पर गया था ।पीड़ित प्रार्थी के अनुसार वह अपनी पंजीकृत वाहन का कर माफी के अंतर्गत छुट लेने के वास्ते पंजीयन बाबू विनोद सोनकर से मुखातिब होकर वह अपने टैक्स से संबंधित कागजातों को देख एवं जानकारी ले रहा था कि तभी उसी समय उस कमरे में एआरटीओ कार्यालय में तैनात बड़े बाबू अतुल सिंह और अकाउंटेंट दीनानाथ पटेल प्रवेश किए कुछ देर औपचारिक बातें करने के बाद दीनानाथ पटेल कमरे से बाहर चले गए ।
तदोपरांत कमरे में पहले से उपस्थित पंजीयन बाबू विनोद सोनकर के ऊपर बड़े बाबू अतुल सिंह बरस पड़े।
वे अपना आपा इतना खो चुके थे कि कमरे में और कोई है इस बात की परवाह किए बिना जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए पंजीयन बाबू को अशोभनीय भाषा का प्रयोग करते हुए कार्यालय की मर्यादा को भंग किए ।इन सभी घटनाओं का प्रत्यक्षदर्शी गवाह वहां उपस्थित वह प्रार्थी था जो सारी घटनाओं को अपनी आंखों से देखकर शर्मसार हो गया बड़े बाबू के द्वारा पंजीयन बाबू का गला दबाने का प्रयास किया गया इसी बीच कार्यालय में उपस्थित प्रार्थी व उसके मित्र रवि शंकर द्विवेदी ने बीच-बचाव किया इस प्रकार एक बड़े हादसे को पीड़ित प्रार्थी और उसके मित्र ने होने से बचाया ।प्रार्थी का कहना है कि उक्त घटना के पीछे जिस प्रकार से उस कार्यालय में दोनों बाबुओं में गाली गलौज एवं हाथापाई हुई इसके पीछे कहीं न कहीं घूसखोरी ही है ।
सूत्रों से पता चला कि इस तरह का कार्य वहां तैनात बड़े बाबू अतुल सिंह के द्वारा आए दिन कारित किया जाता है इतना ही नहीं बड़े बाबू अतुल सिंह के द्वारा अपने से सीनियर अधिकारियों को भी उनके गैरमौजूदगी में अपना प्रभाव जमाने के लिए कार्यालय में तैनात अन्य कर्मचारियों के सामने अशोभनीय एवं अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जाता है। यह कथन पीड़ित प्रार्थी शिव प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह निवासी तुर्रा, पिपरी, सोनभद्र का था जो आज पंजीकृत वाहन कर माफी के अंतर्गत छूट लेने के वास्ते एआरटीओ कार्यालय रावटसगंज आए थे।

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