फतेहपुर मुख्यमंत्री को शिकायतीपत्र भेज वृद्ध विधवा ने नायब तहसीलदार विकास पाण्डेय पर लगाये गम्भीर आरोप विपक्षियों से मिलकर मेंड़बंदी की दबाई फाइल डीएम का आदेश भी किया दरकिनार
मुख्यमंत्री को शिकायतीपत्र भेज वृद्ध विधवा ने नायब तहसीलदार विकास पाण्डेय पर लगाये गम्भीर आरोप
विपक्षियों से मिलकर मेंड़बंदी की दबाई फाइल, डीएम का आदेश भी किया दरकिनार
फतेहपुर:-नायब तहसीलदार सदर विकास पाण्डेय पर वयोवृद्ध विधवा ललितारानी ने गम्भीर आरोप लगाये है। मुख्यमंत्री को भेजे गये शिकायतीपत्र में अराजकतत्वो से कब्जा कराने एवं खेतों को जबरन परती रखने समेत कई गम्भीर आरोप लगाए है।
फतेहपुर शहर के शादीपुर मोहल्ला निवासी ललितारानी पत्नी स्व0 रामराज मिश्र ने शिकायतीपत्र में बताया कि सदर तहसील के गाव औरेई में गाटा संख्या 1315, 1321, 1322, 1323 की पूर्व में हदबंदी करवाई थी। हदबंदी वाद में न्यायालय अपर उपजिलाधिकारी फतेहपुर एवं असिस्टेंट कमिश्नर ने उसके पक्ष में हदबंदी के आदेश दिये।जिस पर वादी मुकदमा ललितारानी ने पत्थर नसब हेतु निर्धारित सरकारी फीस जमा कर दी एवं एएसडीएम फतेहपुर ने पत्थर नसब का आदेश राजस्व निरीक्षक को निर्गत कर दिये।
बकौल शिकायतकर्ता पत्थर नसब से पूर्व ही चकबंदी न्यायालय में लम्बित उसके एक अन्य मुकदमे में जारी आदेश को संलग्न कर विपक्षियों ने एएसडीएम कोर्ट में प्रार्थनापत्र इस आशय का दिया कि पत्थर नसब की कार्यवाही को रोक दिया जाये।
दोनो पक्षो की दलीलें सुनने के बाद एएसडीएम ने विपक्षियों के शिकायत पत्र को निरस्त करते हुए पत्थर नसब की कार्यवाही के आदेश दिये। फलतः पत्थर नसब की कार्यवाही के पश्चात इसकी पुष्टि न्यायालय द्वारा जारी की गयी।
बताया कि नियमानुसार एएसडीएम के समक्ष मेंड़बंदी हेतु प्रार्थनापत्र दिया। जिसमें एएसडीएम ने तहसीलदार एवं एसओ थरियाव को कार्यवाही के निर्देश दिये। विगत 23 जुलाई को थाना दिवस में दोनो पक्षों को बुलाया गया। जहां पर बतौर मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार विकास पाण्डेय मौजूद थे।
विपक्षियों ने पुनः चकबंदी के अन्य मामलों को उठाकर अधिकारियों को भ्रमित करने का प्रयास किया। नायब तहसीलदार ने विपक्षियों को बिना किसी वैधानिक आदेश के तीन दिन का अवसर देकर अभिलेख प्रस्तुत करने हेतु कहा।
साथ ही नायब तहसीलदार ने उसके पुत्र संजय मिश्रा को खेत में न जाने के सख्त निर्देश दिये। आरोप है कि नायब तहसीलदार की इस कार्यवाही से उत्साहित विपक्षियों ने थाने में ही उसके पुत्र को जान से मारने की धमकी दी, परन्तु नायब तहसीलदार के कारण ही थाना पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।
शिकायतीपत्र में कहा गया है कि विपक्षियों द्वारा हदबंदी रोकने या निरस्त होने सम्बन्धी कोई भी आदेश राजस्व निरीक्षक एवं नायब तहसीलदार के समक्ष आज तक प्रस्तुत नहीं किये गये है, बावजूद इसके उसके द्वारा प्रस्तुत आदेश एवं अभिलेखों का संज्ञान लेते हुए अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
यह भी आरोप लगाया कि नायब तहसीलदार के उकसावे में आकर विपक्षियों ने न्यायालय के आदेश से नसब किये गये पत्थरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है। कहा कि नायब तहसीलदार द्वारा खेतों पर जाने से मना करने के कारण उसके खेत परती पड़ी है, जिससे उसके जीवन यापन पर संकट उत्पन्न आसन्न है।
ललितारानी ने बताया कि विगत 17 अगस्त को जिलाधिकारी को पुनः प्रार्थनापत्र दिया गया किन्तु डीएम के दिशा-निर्देशो का अनुपालन भी नायब तहसीलदार विकास पाण्डेय ने नहीं किया एवं बार-बार ललितारानी के अनुरोध के बावजूद भी वह हीलाहवाली कर रहे हैं। वयोवृद्ध विधवा ने नायब तहसीलदार पर गम्भीर आरोप लगाये हैं। इसके अलावा शिकायतीपत्र में अराजकतत्वो से उसकी जमीन पर कब्जा कराने एवं खेतों को जबरन परती रखने समेत कई गम्भीर आरोप भी लगाए है।
कहा कि वह अतिवृद्ध, निर्बल एवं असहाय है और अपने पुत्र संजय मिश्रा पर निर्भर है। मुख्यमन्त्री से नायब तहसीलदार की भूमिका की जाँच कराने व उससे अपने व परिवार की जानमाल को खतरा बताते हुए किसी और अधिकारी व पुलिस की मौजूदगी में मेंड़बंदी करवाने का अनुरोध किया है।