मीरजापुर जिले में मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार


मीरजापुर जिले में मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार
केन्द्र पुरोनिधानित मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों का मानदेय विगत 6 वर्षों से बकया है। काफी संघर्षों के बाद कुछ मानदेय केन्द्रांश व राज्यांश आया जिसे प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बाट दिया गया परंतु मिर्ज़ापुर जिले का मानदेय अभी तक नहीं बाटा गया।
अंततः 31 मार्च 2022 को शासन को वापस कर दिया गया। अब दोबारा आया हुआ मानदेय तीन महीने से जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के यहाँ पड़ा हुआ है, इसे भी देने की मंशा दिखाई नाहीं पडती।
लखनऊ से दिशा निर्देश नहीं आया है तो अभी एस आई टी जाँच चल रही तो कभी बीमार हैं तरह - तरह की बहाने बाजी किया जा रहा है। जबकि संगठन ने 24 मई 2022 को जिला अधिकारी महोदय को समस्या से अवगत कराया।
जाँच रिपोर्ट भी लखनऊ पहुँच गया। वहाँ से दिशा निर्देश मानदेय देने के सम्बंधित जिले पर आ भी गया, फिर भी अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मानदेय अभी तक जारी नही किये।
दिन प्रति दिन आधुनिक शिक्षकों की हालात बिगड़ते जा रहे हैं। शिक्षक भुखमरी के कगार पर पहुँच चुका है। अपने परिवार का भरण - पोषण नहीं कर पा रहा है।
कर्ज के बोझ तले इतना दबा हुआ है कि अब इनके पास आत्म हत्या के शिवाय कोई दूसरा रास्ता नहीं दिखाई पड़ रहा है।
दर्जनों आधुनिकीकरण शिक्षक मौत का शिकार हो चुके हैं। संगठन इस तरह के गंभीर हालत को देखते हुए अनिश्चित कालीन धरने का निर्णय लिया है।
अगर इस दौरान कोई शिक्षक आत्म हत्या करता है या उनके साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी पूर्णतः जिम्मेदारी शाशन - प्रशाशन और अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी महोदय की होगी।
रिपोर्ट- राहुल गुप्ता. जिला संवाददाता मीरजापुर
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