प्रयागराज में बफ्टा द्वारा आयोजित तीसरे राष्ट्रीय नाट्य उत्सव का समापन
प्रयागराज में बफ्टा द्वारा आयोजित तीसरे राष्ट्रीय नाट्य उत्सव का समापन
प्रयागराज, तीसरे राष्ट्रीय नाट्य उत्सव के तीसरे दिन बेनहर स्कूल कॉलेज, करैलाबाग के वातानुकूलित जाहिदा ऑडिटोरियम में एम. गनी की कहानी पर आधारित हिंदी नाटक 'मट्टो की साइकिल' और जॉर्ज बर्नार्ड शा की कहानी पिग्मेलियन पर आधारित अंग्रेजी नाटक 'द फ्लावर गर्ल' के मंचन के साथ तीन दिनों से चल रहे बफ्टा द्वारा आयोजित नाट्य उत्सव का समापन हुआ। इस अवसर पर वरिष्ठ नाटककार एवं निर्देशक सलीम आरिफ और डॉ. विधु खरे दास, बफ्टा के संस्थापक तारिक खान के साथ मौजूद रहे।
आज बफ्टा की प्रस्तुति 'मट्टो की साइकिल' को खूब सराहा गया। इस नाटक की कहानी एक गरीब मजदूर मट्टो के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसके पास एक पुरानी टूटी-फूटी साइकिल है। मरम्मत कराकर वह रोज साइट पर जाता है, मजदूरी करता है और अपना परिवार चलाता है। एक दिन उसकी साइकिल ट्रैक्टर से कुचलकर बर्बाद हो जाती है और परिवार खाने-पीने के संकट से गुजरने लगता है। उधार कर्ज लेकर मट्टो नई साइकिल खरीदता है, पर इससे पहले कि परिवार में खुशियाँ लौटें, साइकिल चोरी हो जाती है। अभिनय, डायलॉग, स्टेज सेट अप, प्रकाश और ध्वनि का सुंदर मेल दर्शकों को संवेदनाओं के सागर में ढकेल देता है और तालियों की गूंज ऑडिटोरियम को हिला देती है।
दूसरे नाटक 'द फ्लावर गर्ल' ने भी दर्शकों की वाहवाही बटोरी। यह नाटक भाषा और उच्चारण जैसे गंभीर विषय पर केंद्रित रहा, जिसमें प्रोफेसर हिगिंस गाँव की एक फूलवाली को अंग्रेजी और उसका उच्चारण सिखाने का प्रण लेते हैं और सफल होते हैं। नाट्य उत्सव का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।
रिपोर्ट- मो रिजवान अंसारी. जिला संवाददाता इलाहाबाद