•   Tuesday, 26 Nov, 2024
The three day third National Theatre Festival organised by BAFTA was inaugurated with the lighting o

प्रयागराज बेनहर स्कूल एंड कॉलेज करैलाबाग के वातानुकूलित जाहिदा ऑडिटोरियम में बफ्टा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय तीसरे राष्ट्रीय नाट्य उत्सव का दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुभारंभ हुआ

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  Varanasi ki aawaz

बफ्टा के तीसरे राष्ट्रीय नाट्य उत्सव का शुभारंभ

प्रयागराज बेनहर स्कूल एंड कॉलेज करैलाबाग के वातानुकूलित जाहिदा ऑडिटोरियम में बफ्टा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय तीसरे राष्ट्रीय नाट्य उत्सव का दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुभारंभ हुआ

इस अवसर पर प्रख्यात अभिनेता एवं निर्देशक सलीम आरिफ मुख्य अतिथि के रूप में तथा डॉ. विधु खरे दास विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। बफ्टा के संस्थापक तारिक खान एवं अध्यक्ष डॉ. अफरोज जहां ने उपस्थित अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इसके उपरांत आज के लिए निर्धारित नाटकों का मंचन आरंभ हुआ।

दर्शकों से खचाखच भरे ऑडिटोरियम में सबसे पहले रूसी लेखक एंटोन चेखोव की कहानी 'द बेट' पर आधारित नाटक 'बेट' यानी 'शर्त' का मंचन हुआ। शर्त इस मुद्दे पर थी कि फांसी और उम्रकैद में क्या बेहतर है। एक बैंकर और एक वकील के बीच लगी बीस लाख रूबल की यह शर्त वकील को 15 वर्षों के लिए अकेले कमरे में रहने को मजबूर करती है क्योंकि वकील का मानना था कि दोनों सजाओं में उम्रकैद बेहतर है। यह नाटक शुरू से अंत तक दर्शकों को बांधे रखने में सफल रहा। नाटक के अंत में वकील निर्धारित समय से कुछ पूर्व तन्हाई में रहकर इस नतीजे पर पहुंचता है कि रुपए पैसे, धन दौलत से अधिक जरूरी जीवन है जिसे हर पल अपनों के साथ जिया जाना जरूरी है, और वह शर्त त्याग देता है। पटकथा, साज-सज्जा, ध्वनि एवं प्रकाश, संवाद एवं उत्कृष्ट अभिनय से भरपूर इस नाटक ने खूब तालियाँ बटोरी।

इसके बाद मंचित हुआ अमृता प्रीतम के उपन्यास पर आधारित हिंदी नाटक 'पिंजर', जिसकी मूल कथा एक नारी के घर से बेघर होने, अगुवा किए जाने, उसका धर्म बदल दिए जाने, देश के बंटवारे की पीड़ा सहने जैसे कथानकों के इर्द-गिर्द घूमती है। नारी जीवन के एहसासों और विभिन्न रंगों को नाटक द्वारा बखूबी पेश किया गया, जिसने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। जोरदार अभिनय, स्टेज सेटअप, दर्द भरे गीत-संगीत, प्रकाश एवं ध्वनि, मेकअप आदि से सुसज्जित इस मंचन ने भी जोरदार तालियाँ बटोरी।

'बेट' को निर्देशित किया: काशिफ खलील, उजमा जबीं खान, नुजहत अंसारी। इस नाटक में मुख्य भूमिका निभाई: मोहम्मद शाहरुख, मिर्जा अली नवाज़, अब्दुल रहमान।

‘पिंजर’ नाटक को निर्देशित किया: राजेश गुप्ता, मीनाक्षी सिंह। ‘पिंजर’ के मुख्य कलाकार: मोहम्मद अबू बकर खान, आलमीन फातिमा, अब्दुल गनी।

रिपोर्ट- मो रिजवान अंसारी. जिला संवाददाता इलाहाबाद
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