प्रयागराज खेत का फर्जी बैनामा कराने वालों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने के लिए पीड़िता ने लगाई एडीजी से गुहार
प्रयागराज खेत का फर्जी बैनामा कराने वालों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने के लिए पीड़िता ने लगाई एडीजी से गुहार
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भू माफियाओं के खिलाफ लगातार एक्शन में है उनकी अवैध और कब्जा की गई संपत्तियों को गिरा कर जमींदोज कर रही है ताकि भू माफिया सुधर जाए और कानून का डर उनके अंदर बैठ जाए लेकिन भू माफिया अपने गुंडागर्दी एवं हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
प्रयागराज ताजा मामला थाना औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा बैंदौ का है जहां आसिया बेगम पत्नी मुस्ताक अली की आराजी संख्या 896 और आराजी संख्या 1145 पर भू माफिया शाह आलम ननका ने अवैध रूप से कब्जा जमाने की नियत से खेत में ट्रैक्टर चलवा कर जुतवा दिया और अपना बोर्ड गाड़ दिया है। जब आसिया बेगम अपनी आराजी पर पहुंची तो खेत जूता हुआ और उसमें बोर्ड लगा हुआ मिला। जिसे देख उनके हाथ पांव फूल गए। आशिया बेगम द्वारा जब कब्जे को हटाने का प्रयास किया गया तो भू माफिया का शाह आलम व उसके साथी उनके ऊपर टूट पड़े और गाली गलौज जान से मारने की धमकी देने लगे तो पीड़िता अपनी जान बचाकर वहां से किसी तरह भाग निकली। इन्हीं सब कारणों की वजह से आसिया बेगम प्रयागराज के एडीजी जोन से गुहार लगाई।
आसिया बेगम ने बताया कि भू माफिया ने धमकी दी है कि अगर दोबारा वह खेत पर गई और उसके द्वारा अवैध रूप से खेत पर गाड़े गए बोर्ड को छुआ तो पूरे परिवार सहित जान से हाथ धो बैठेगी। भू माफिया ने उनके साथ देने वाले लोगों की जमीन पर भी कब्जा करने की धमकी दिया है। आशिया बेगम का कहना है कि भू माफिया शाह आलम का जमीन कब्जा करने का कोई पहला मामला नहीं है। उसके कारनामे अनेक है। उसने कई और लोगों के घर जमीन जबरन कब्जा कर रखा है और पुलिस प्रशासन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसलिए वह मन बढ़ हो गया है। उनका कहना है कि उनकी जमीन पर काफी दिनों से कब्जे की नियत है। भूमाफिया शाह आलम द्वारा उक्त आराजी की फर्जी रजिस्ट्री बैनामा भी करा चुका है।
आशिया बेगम का कहना है कि उनकी गैर मौजूदगी में भूमाफिया द्वारा बिना आधार कार्ड लगाएं फर्जी महिला को खड़ी करके उसे आशिया बेगम बनाकर के परवीन बानो पत्नी लियाकत अली डिघिया मेजा को फर्जी बैनामा करा दिया है और नामांतरण भी करा लिया था। फर्जी बैनामा की घटना की जानकारी जब आशिया बेगम को हुई तो उनके हाथ पांव फूल गए हैं और वह तहसील करछना पहुंची। जहां अपने साथ हुए फर्जीवाड़े का खुलासा किया। नायब तहसीलदार पनासा द्वारा जांच किया गया मामला फर्जी बैनामा कराने का खुलासा हुआ। तत्काल नायब तहसीलदार पनासा द्वारा फर्जी बैनामा पर रोक लगाकर नामांतरण आदेश को स्थगित कर दिया गया। जिसका अंकन खसरा खतौनी में भी दर्ज हो गया है। फर्जी बैनामा को कैंसिलेशन के लिए आसिया बेगम ने सिविल न्यायालय प्रयागराज में वाद दायर कर रखा है मुकदमा प्रचलित है। उनका कहना है कि सिविल न्यायालय में मुकदमा दायर कथा तहसील न्यायालय के स्थगन आदेश के बाद भी भू माफिया शाह आलम द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है। जो की माननीय न्यायालय तहसील करछना का और माननीय न्यायालय सी.जी.एम प्रयागराज की अवहेलना है।
वही आशिया बेगम के पति मुस्ताक अली का कहना है कि उक्त जमीन पर अवैध कब्जा करने के बाद वह यहीं नहीं रुका। अब भू माफिया उनके बाप दादा की पुश्तैनी जमीन पर भी अपना बोर्ड लगा कर कब्जा जमा लिया है और खेत में ट्रैक्टर चलवा कर जुतवा भी लिया है।
भू माफिया शाह आलम दबंग एवं गुंडा प्रवृत्ति का व्यक्ति है लोगों की जमीन पर अवैध कब्जा करना उसका पेशा सा बन गया है। उसके द्वारा पहले भी कई जमीनों पर अवैध कब्जे का वाद न्यायालयों में प्रचलित है गांव के ही विजय शुक्ला की नंबरी बाग में भू माफिया ने अवैध घर बनाकर उसमें छज्जा निकाल लिया है और उनके बाग में गेट लगा लिया है। इस प्रकरण का मुकदमा सिविल न्यायालय प्रयागराज में प्रचलित है भू माफिया के कारनामे यही नहीं रुकते बल्कि इसने मृतक मो.यासीन के जमीन व मकान पर भी भी अवैध कब्जा जमा रखा है। परिवार के भाई भतीजौ ने विरोध किया तो उन्हें भी मारने पीटने की धमकी देकर शांत करा दिया है। अब मकान पर अवैध कब्जा जमा कर ठाठ से रहता है और उनकी जमीनों पर अपना हक जताते हुए अवैध कब्जा जमा कर खा पी रहा है। भू माफिया के कारनामे यही नहीं रुकते हैं उसने गांव में स्थित कर्बला की जमीन पर भी बुरी नियत लगाया हुआ है। उसे भी बेचने की फिराक में है लेकिन धर्म कर्म की जमीन होने की वजह से उसे कोई खरीदार नहीं मिला।
आशिया बेगम का कहना है कि पुलिस प्रशासन अगर इस पर समय रहते अंकुश नहीं लगाता है तो उसका अवैध कब्जा करने का सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा। और वह उनके जान माल को भी नुकसान पहुंचा सकता है। आरोप है कि संबंधित चौकी का एक आरक्षी और उप निरीक्षक भू माफिया को सह देते हैं इसलिए वह जमीनों पर अवैध बोर्ड गाड पर कब्जा जमा रहा है। आशिया बेगम बताती है कि थाना औद्योगिक क्षेत्र, थाना करछना, उप जिलाधिकारी करछना से लेकर SSP प्रयागराज तक सबको अपना फरियाद सुना चुकी है। लेकिन बार-बार एप्लीकेशन देने के बाद भी फर्जी रजिस्ट्री कराने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। थाना पुलिस का चक्कर काटते काटते वह थक हार कर बैठ गई इसलिए वह मन बढ़ और दबंगई पर और ज्यादा उतारू हो गया है। इसलिए आसिया बेगम परिवार सहित गांव से पलायन करने पर मजबूर। आयशा बेगम ने कहा कि मैं आखरी उम्मीद के साथ एडीजी साहब के पास आई हूं उन्होंने मेरी फरियाद को सुनकर मेरे द्वारा दी गई तहरीर पर एफ आई आर दर्ज कर विवेचना करने का आदेश दिया।
अब देखना यह होगा कि भू माफिया पर जिला प्रशासन के साथ साथ स्थानीय थाना औद्योगिक क्षेत्र क्या कार्यवाही करता है या उसे ऐसे ही अवैध कब्जा करने दिया जाता रहेगा।