संभल झोलाछाप डॉक्टर को बचाने में लगे नोडल अधिकारी विरास यादव अवैध क्लीनिक संचालक के खिलाफ एआईआर करने की वजह दे रहे संरक्षण


संभल झोलाछाप डॉक्टर को बचाने में लगे नोडल अधिकारी विरास यादव अवैध क्लीनिक संचालक के खिलाफ f.i.r. करने की वजह दे रहे संरक्षण
जिलाधिकारी के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे डॉ विरास यादव
*डीएम के आदेश पर जिले में अवैध झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई का चलाया जा रहा है अभियान*
*1 महीने पहले लगाया गया था अवैध क्लीनिक पर सील अभी तक नहीं हुई एफ आई आर*
*मीडिया कर्मियों के कैमरे से बचते नजर आते हैं डॉक्टर विरास यादव*
*नोडल अधिकारी विरास यादव अपनी कार्यशैली को लेकर के रहते हैं मीडिया की सुर्खियों में*
*विरास के नोडल का चार्ज संभालते ही झोलाछाप हुए बेलगाम*
*पीड़ित लगा रहा है तहसील से लेकर जिले तक के चक्कर आखिरकार पीड़ित को कब मिलेगा न्याय*
वी ओ
पूरा मामला नंदनी क्लीनिक बबराला का है जहां एक गर्भवती महिला का धोखाधड़ी करके गर्भपात कर दिया जाता है गर्भपात होने के कुछ ही दिन बाद महिला की तबीयत बिगड़ जाती है और पेट में इंफेक्शन हो जाता है महिला का पति दोबारा झोलाछाप के पास जाता है तो इलाज करने से मना कर देते हैं और जब महिला का पति अलीगढ़ निजी हॉस्पिटल लेकर जाता है तो बड़ा ऑपरेशन कर दिया जाता है फिर भी महिला जिंदगी और मौत की सांस लड़ रही है लेकिन पीड़ित के पति ने झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की बात कही तो आनन-फानन में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डॉ विरास यादव को कार्रवाई करने के लिए आदेश दिया लेकिन फिर भी झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई करना नोडल अधिकारी ने उचित नहीं समझा जब मीडिया की सुर्खियों में रहा मामला तब जाकर झोलाछाप के क्लीनिक सील किया लेकिन आज तक f.i.r. नहीं की पीड़ित लगातार उच्च अधिकारियों के काट रहे चक्कर पीड़ित को नहीं मिल रहा न्याय
अब देखने वाली बात यह होगी कि पीड़ित को कब तक न्याय मिलता है और झोलाछाप के खिलाफ कब f.i.r. होती है

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